नई दिल्ली: पंचकूला की विशेष अदालत से दो साध्वियों से रेप के मामले में दोषी पाए गए डेरा प्रमुख राम रहीम की सबसे करीबी रही हनीप्रीत उनके जेल भेजे जाने के बाद से फरार हो गई थी. फरार इसलिए क्योंकि पुलिस उन्हें कई मामलों में पूछताछ के लिए ढूंढ़ रही थी. उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ और उसके बाद भी वह पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुई. हनीप्रीत की तलाश में पुलिस ने कई शहरों और राज्यों में छापे में मारे. कहा गया कि हनीप्रीत नेपाल भाग गई है. देश की मीडिया हनीप्रीत की तलाश में नेपाल भी पहुंच गया. नेपाल में हनीप्रीत के नाम की मुनादी भी चलाई गई. लेकिन कुछ हाथ न लगा. हनीप्रीत की तलाश जितना पुलिस कर रही थी, उतना ही मीडिया भी शिद्दत के साथ हनीप्रीत को खोज निकालने में लगा था. खबर यहां तक चला दी गई कि हनीप्रीत नेपाल के रास्ते चीन भाग गई है. कुछ मीडिया वाले राजस्थान के रास्ते पाकिस्तान जाने की खबर पर चलाने लगे थे. लेकिन अब हनीप्रीत मीडिया के सामने आई है. एक चैनल को इंटरव्यू दिया है.
इस इंटरव्यू में हनीप्रीत खुद को बेगुनाह बता रही है. वह साफ कह रही है कि उसने किसी प्रकार से कोई साजिश नहीं रची. हनीप्रीत का कहना है कि वह कोई साजिश करने की स्थिति में नहीं थी. उसने बताया कि कोर्ट से उन्हें राहत की उम्मीद थी. प्रशासन से इजाजत मिलने के बाद ही वह पापा यानी राम रहीम के साथ पुलिस की गाड़ी में कोर्ट तक गई थी. वहां पर फैसला खिलाफ आने के बाद उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे.
हनीप्रीत ने दावा किया कि जब वह ऐसी स्थिति में नहीं थी कि कुछ समझ पाती तब वह साजिश कैसे रच सकती है. हनीप्रीत ने कहा कि आपने पूरी स्थिति देखी है. मैं कहां गुनहगार हूं. मैंने बेटी का फर्ज अदा किया. मैंने कहां बोला है? मैं कहां किस दंगे में शामिल रही हूं? मैं तो खुशी-खुशी कोर्ट गई, ताकि शाम तक वापस आ जाएंगे. लेकिन फैसला खिलाफ आ गया. हमारा तो दिमाग ही काम करना बंद कर दिया. ऐसे में हम क्या किसी के खिलाफ साजिश रच पाते.
बता दें कि हनीप्रीत पर पंचकूला की कोर्ट के फैसले के बाद दंगा करवाने और आगजनी के लिए साजिश करने का आरोप है. उस पर पुलिस ने देशद्रोह की धाराओं में भी केस किया है. अब हनीप्रीत का कहना है कि वह हरियाणा और पंजाब हाईकोर्ट में जाएगी और वहां से राहत की उम्मीद लगाई है.
बता दें कि अगस्त महीने में डेरा प्रमुख राम रहीम को दो साध्वियों के रेप के मामले में दोषी ठहराने के बाद कोर्ट ने 20 साल कैद की सजा सुनाई थी. इसके बाद जब राम रहीम को जेल भेजा गया तब हनीप्रीत उनके साथ थी. लेकिन सजा सुनाए जाने के बाद जिस प्रकार से समर्थकों ने पंचकुला में उत्पात मचाया और पूरा शहर जला दिया. इसके अलावा हरियाणा के कई शहरों में जो उत्पात मचाया उससे प्रशासन काफी नाराज हो गया है. लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश की गई. पत्थरबाजी और आगजनी के लिए साजिश के आरोप हनीप्रीत पर भी लगे हैं. इस के बाद से वह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रही थी.