आगरा . उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एक क्वारनटीन सेंटर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां कोरोना के डर से सेंटर में रखे गए लोगों को खाना और पानी देने के बजाय उसे बंद गेट से सटाकर रख दिया गया. जिसे लेने के लिए क्वारनटीन किए गए लोगों को गेट से बाहर हाथ निकालकर सामान उठाना पड़ा. इस पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद आगरा जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. अब इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.
दरअसल, आगरा में कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में वहां कई क्वारनटीन सेंटर बनाए गए हैं. एक सेंटर राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर मौजूद एक कॉलेज के हॉस्टल में बनाया गया है. जहां मानवता और इंसानियत को शर्मसार करते हुए स्टाफ ने खाने-पीने का सामान कोरोना के डर से सेंटर के गेट पर बाहर की तरफ सटाकर रख दिया.
जिसका नतीजा जबरदस्त बदइंतजामी की शक्ल में सामने आया. ना कोई सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिली और ना ही नियमों का पालन. जब यहां के हालात का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया. फौरन जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर जा पहुंचे. उन्होंने वहां जाकर सारे हालात का जायजा लिया और इस मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दी.
आगरा के डीएम पीएन सिंह ने बताया कि इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सामने आई कमियों पर स्थल निरीक्षण किया गया है. सीडीओ को मामले की जांच सौंप दी गई है. वह खामियों की रिपोर्ट जल्द प्रेषित करेंगे. इस मामले ने आगरा में कोरोना संदिग्धों के साथ किए जा रहे बर्ताव की पोल खोल कर रख दी है.
बताते चलें कि आगरा के मेयर नवीन जैन ने कोरोना के बढ़ते असर की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर आगरा को वुहान बताते हुए ठोस कदम उठाने की अपील की थी. उन्होंने अपने पत्र में कोरोना से संबंधित आगरा की बदहाली का जिक्र करते हुए आगरा को बचाने का आह्वान किया था.