भोपाल। प्रदेश में माफिया गिरोह द्वारा कर्मचारियों और अफसरों पर किए जाने वाले हमले की घटनाओं से सीएम शिवराज सिंह चौहान नाराज हैं। वे इस मामले में सोमवार को वन, रेत, चिटफंड और मिलावट और भूमाफिया समेत सभी तरह के माफियाओं पर किए जाने वाले एक्शन में कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों की वर्किंग को लेकर और सख्त तेवर अपना सकते हैं। इसे देखते हुए जिलों में कलेक्टरों ने वन, पुलिस व राजस्व विभाग की संयुक्त टीमों के गठन की कवायद तेज कर दी है और इसकी दैनिक समीक्षा भी करने वाले हैं।
सीएम चौहान 8 फरवरी को प्रदेश के कलेक्टर-एसपी, आईजी-संभागायुक्त के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद करेंगे। इस मासिक संवाद बैठक में सीएम का फोकस माफिया पर ही रहने वाला है। सीएम सचिवालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान के निर्देश पर प्रदेश भर में माफियाओं के विरुद्ध एक्शन हो रहा है लेकिन पिछले एक हफ्ते में जिस तरह से कर्मचारियों, अधिकारियों पर हमले हुए, उन पर गोली चलाई गई, इससे सीएम उन जिलों की व्यवस्था को लेकर नाराज हैं। कल होने वाली वीसी में इसका असर देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं माफिया के काउंटर का जवाब उसी की भाषा में देने के लिए भी सीएम चौहान निर्देश दे सकते हैं ताकि ऐसे लोगों के हौसले पस्त हो सकें। इस बैठक में मिलावट से मुक्ति, वनाधिकार पट्टों के वितरण, धान, ज्वार एवं बाजरा उपार्जन की समीक्षा, जल जीवन मिशन एवं अटल भूजन योजना, नवीन गौण खनिज नियमों एवं राज्य के राजस्व में वृद्धि के उपायों सहित अन्य बिदुओं पर चर्चा करेंगे।
कल होने वाली वीसी में जिलों के विकास प्लान को लेकर दिए गए निर्देशों पर भी सीएम चौहान चर्चा करेंगे। सीएम चौहान बजट सत्र में आने वाले प्रस्तावों को अंतिम रूप देने से पहले इन मसलों पर चर्चा कर बजट में संशोधन के मद्देनजर इस तरह के प्रस्ताव दो माह पहले ही तैयार करने के निर्देश दे चुके हैं। इसलिए जिलों से रिपोर्ट भी इस बैठक में मांगी जा सकती है।