भोपाल। कौशल विकास के क्षेत्र में सघन प्रशिक्षण गतिविधियों की व्यूह रचना तैयार कर उस पर अमल किया जाएगा। भोपाल की स्किल समिट में विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत सुझावों पर भी मध्यप्रदेश सरकार जरूरी कदम उठाएगी। मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम ने आज भोपाल के लालपरेड मैदान में दो दिवसीय स्किल समिट में विशेष सत्र की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। मुख्य सचिव ने कहा कि ट्रेनर्स-ट्रेनिंग को प्राथमिकता बनाते हुए राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की भूमिका निर्धारित की जाएगी। इसके लिए भारत सरकार से आवश्यक संवाद स्थापित कर जरूरी कदम उठाए जाएँगे।
मुख्य सचिव ने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं और कौशल विकास केंद्रों की भूमिका को अधिक महत्वपूर्ण बनाया जाएगा। कौशल विकास के क्षेत्र में केंद्र सरकार के श्रम एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय से संपर्क एवं चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए जाएँगे।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्किल समिट के आयोजन से युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसरों का लाभ दिलवाने का वातावरण बना है। कुशल मानव संसाधन विकास के लिए तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास सहित लगभग पच्चीस विभागों ने परस्पर समन्वय से कार्य किया है। मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्र में बढ़ रहे निवेश और अधोसंरचना विकास से कौशल विकास से जुड़ी संभावनाओं को साकार करने में सहयोग मिल रहा है। प्रदेश में दो सौ नए कौशल विकास केंद्र की शुरूआत की पहल सार्थक सिद्व होगी। मुख्य सचिव ने ‘‘विजन फॉर स्किल डेवलपमेंट इन मध्यप्रदेश‘‘ सत्र में वक्ताओं द्वारा दिए गए सुझावों को उपयोगी बताते हुए कहा कि इन सुझावों पर जरूरी निर्णय लिए जाएँगे।
आस्ट्रेलियन वोकेशनल ट्रेनिंग एण्ड एम्पालयमेंट ग्रुप के हेड प्रोजेक्ट्स एण्ड ऑपरेशन्स श्री प्रभात पांडे ने कहा कि ग्रीष्मावकाश में विद्यालयीन बच्चों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाए। विद्यार्थियों की योग्यता के मुताबिक दो-तीन माह के लघु प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ, मार्गदर्शन और कार्य का अवसर मिलना चाहिए। सेक्यूरिटी कॉलेज एण्ड स्किल डेवलपमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया के सी.ई.ओ लेफ्टि. जनरल एस.एस. चहल ने कहा कि दक्षिण कोरिया में सिक्यूरिटी क्षेत्र में 96 फीसदी लोग वोकेशनल ट्रेनिंग का लाभ लेते हैं जबकि भारत में महज पाँच फीसदी। इस क्षेत्र पर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत है। आय-फार्म वेन्चर एडवाइसर्स के चेयनमेन श्री संजीव अस्थाना ने कृषि क्षेत्र में दक्षता विकास के महत्व की जानकारी दी।
प्रथम एजूकेशन फाउंडेशन, मुम्बई के प्रमुख श्री माधव चव्हाण ने कहा कि हॉस्पिटिलिटी, हाउसकीपिंग जैसे क्षेत्रों में भी कौशल विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आय.एल एण्ड एफ.एस. एजूकेशन एण्ड स्क्ल्सि के एम.डी आर.सी.एम रेड्डी, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन के एमडी श्री जयकांत सिंह ने भी सत्र को संबोधित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव तकनकी शिक्षा एवं कौशल विकास श्रीमती अजिता वाजपेयी पांडे भी उपस्थित थीं। सत्र में अनेक विभागों के प्रमुख सचिव और सचिव भी मौजूद थे।