भोपाल। कोरोना संकट के बीच मध्यप्रदेश सरकार महामारी की मार झेल रहे बेसहारा और निराश्रित परिवारों को मदद करने की योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कोरोनाकाल में ऐसे बच्चे जिनके परिवार से पिता का साया उठ गया है, कोई कमाने वाला नहीं है, ऐसे परिवारों को 5,000 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी। साथ ही ऐसे बच्चों को निशुल्क शिक्षा मुहैया कराई जाएगी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महामारी के दौरान जिन परिवारों में अभिभावक या संरक्षक की मृत्यु हो गई है, उन्हें सरकार की ओर से मुफ्त राशन भी दिया जाएगा। इसके अलावा ऐसे परिवारों को सरकार की गारंटी पर बिना ब्याज के ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा। अगर वह काम करना चाहते हैं।
राज्य में कोरोना की रफ्तार कम
बता दें कि मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बनकर टूट रही है। प्रतिदिन 8 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में 25 दिन बाद कोरोना महामारी में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में सबसे कम 8,970 नए केस सामने आए हैं , जबकि 84 लोगों की मौत हुई है। वहीं पॉजिटिविटी रेट 14% से कम हुई है। हालांकि राज्य के कई जिलाअस्पतालों में बेड, दवा और ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें भी आ रही हैं। कुछ जिलों में नए मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार का दावा है कि राज्य में कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पर्याप्त व्यवस्था है।