भोपाल। कोरोना संक्रमण की समीक्षा के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सागर पहुंचे। सीएम ने पौधरोपण के बाद जिला क्राइसिस मैनेजमेंट के साथ कोरोना की समीक्षा शुरू की। समीक्षा बैठक में सागर संभाग के छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह और निवाड़ी जिलों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की।
बैठक में सीएम चौहान ने कहा कोरोना काल में जो बच्चे अनाथ हो गए हैं, उनके लिए योजना बनी है। उन्हें 5 हजार रुपए पेंशन दी जाएगी। नि:शुल्क शिक्षा और राशन दिया जाएगा। सभी कलेक्टर्स ऐसे बच्चों की सूची तैयार कर लें। 30 नवंबर से मैं इस योजना को प्रारंभ करना चाहता हूं।
बता दें कि इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री ने 13 मई को थी। इसके बाद सरकार ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है। इसके अलावा सीएम ने कहा हम 31 मई के बाद धीरे-धीरे शहरों को खोलना शुरू करेंगे और टेस्टिंग जारी रहेगी। कोविड केयर सेंटर कोई नहीं मिटाएगा, जो सरकारी बने हैं वो भी चलते रहेंगे। जितने भी अस्पतालों में जो व्यवस्था है सरकारी और गैर सरकारी जितनी सुविधा हैं वह जारी रहेंगी।
बैठक में कहा कि कई गांव हमारे ऐसे हैं जो संक्रमण के भयानक दौर में भी संक्रमित नहीं हुए। 31 मई तक किसी भी कीमत पर हमको अपने बुंदेलखंड को कोरोना मुक्त करना है। सख्ती अभी जारी रहेगी। ये बहुरुपिया वायरस है। एक बार बढऩा शुरू किया तो कोई सीमा नहीं है बढऩे की। टेस्टिंंग का टारगेट नहीं है। जितनी हो उतनी करो। अकेला टेस्ट हमारे पास साधन है। मैं भी अपना टेस्ट हर माह करवा रहा हूं।
किल कोरोना अभियान अनलॉक के बाद भी हम चलाते रहेंगे। हम तीसरी लहर की तैयारी करें। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर हम निश्चिंत हो गए और मान लिया कि गया कोरोना गया तो तीसरी लहर को आने से कोई रोक नहीं सकता। भोपाल से जो सहयोग चाहिए राज्य स्तर का वह अपको देंगे, अस्पतलों में विशेषकर बच्चों का वार्ड, पोस्ट कोविड केयर सेंटर भी होना चाहिए।