भोपाल । प्रधानमंत्री ने फरमान सुनाया कि लॉकडाउन से मुक्ति के लिए 5 फीसदी से कम संक्रमण दर होना चाहिए। उसे हूबहू मानते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कलेक्टरों को आदेश दिया है कि अगर शहर खोलना है तो 5 प्रतिशत संक्रमण दर लाना होगी। देश के हर शहर और गांव की भौगोलिक परिस्थिति, आबादी और आर्थिक गतिविधियां अलग-अलग हैं, मगर प्रधानमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री और कलेक्टरों को निर्देश दिए कि माइक्रो कंटेन्मेंट जोन बनाने के साथ संक्रमण दर 5 फीसदी से कम लाई जाए। नतीजतन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने निर्देश दिए कि 31 मई तक पूरे प्रदेश में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम की जाए। इसके लिए छोटे शहरों के उदाहरण भी दिए गए।
नतीजतन कलेक्टरों ने अपने जिले में सख्ती करनी शुरू कर दी है। इसकी शुरूआत इंदौर से हो गई है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने 28 मई तक शहर में सख्त लॉकडाउन घोषित करते हुए फल, सब्जी, किराना दुकानों को दी गई छूट भी समाप्त कर दी।
राजस्व वसूली की तरह दे डाला कोरोना टारगेट
जिस तरह राजस्व वसूली के लिए टारगेट तय किया जाता है कि फलां तारीख तक इतना राजस्व वसूलो, उसी तर्ज पर मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को 31 मई तक का टारगेट संक्रमण दर 5 फीसदी से कम करने का थमा दिया। नतीजतन अब सभी कलेक्टर आंकड़ों की जादूगरी करेंगे और संक्रमण दर घटाकर बताई जाएगी।