नई दिल्ली । पूरी दुनिया की तरह पाकिस्तान भी कोरोना वायरस से जूझ रहा है। वहां भी लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन इस दौरान उसने आतंकवाद की फैक्ट्री में कामकाज और तेज कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में संचालित 14 लॉन्चिंग पैड्स पर उसने आतंकवादियों की संख्या दोगुनी कर दी है। ये दहशतगर्द भारत में घुसपैठ की कोशिश में हैं।

अधिकारी ने कहा, ‘हमारे पास सूचना है कि पाकिस्तान समर्थित अलग-अलग आतंकवादी समूहों के करीब 450 आतंकवादी इन लॉन्चिंग पैड्स पर मौजूद हैं।’ पाकिस्तान में रविवार तक 12,700 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज है, जबकि 268 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन पड़ोसी मुल्क का ध्यान अपने लोगों को महामारी से बचाने की बजाय भारत में आतंकवाद बढ़ाने पर है।
 


दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा का प्लान तैयार करने वाले अधिकारियों को इंटेलिजेंस से जो इनपुट मिले हैं, उनसे पता चलता है कि पाकिस्तान ने लॉन्चिंग पैड्स पर आतंकवादियों की संख्या दोगुनी कर दी है। 9 अप्रैल को हिन्दुस्तान टाइम्स ने इंटेलिजेंस एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर बताया था कि इन लॉन्चिंग पैड्स पर करीब 230 आतंकवादी हैं। अधिकारी ने कहा कि पिछले 2-3 सप्ताह में स्थिति बहुत बदल गई है।


राष्ट्रीय सुरक्षा का खाका तैयार करने वाले अधिकारियों के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक, 450 आतंकवादियों में से 244 लश्कर-ए-तैयबा के हैं, 129 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हैं, 60 हिजबुल मुजाहिद्दीन और बाकी अल बदर जैसे छोटे तंजीमों के हैं। इन आतंकवादियों में से अधिकतर को हाल ही में पाकिस्तान मे चल रहे कैंप्स से लाया गया है।
 

सिक्यॉरिटी एजेंसियों के पास मौजूद इनपुट्स के मुताबिक 16 आतंकी कैंप्स में से 11 पीओके, दो पंजाब और तीन खैबर पख्तूनख्वा में हैं। पीओके में चल रहे 11 आतंकवादी कैंप्स में से सात हाईब्रिड हैं यानी इनमें अलग-अलग आतंकवादी समूहों में भर्ती हुए आतंकवादी ट्रेनिंग लेते हैं। एक आतंकरोधी अधिकारी ने कहा, ”आतंकवादी समूहों का यह मिश्रण इस बात का सबूत है कि एक ही ताकत इन सबके पीछे है और वह है पाकिस्तान।” 

तीन अन्य आतंकवादी कैंप लश्कर-ए-तैयबा, एक हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों को प्रशिक्षित करने के लिए है। खैबर पख्तूनख्वा में हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो और जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकवादी कैंप है। लश्कर और जैश के एक-एक कैंप पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हैं। 


अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान का इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) एक साल से कश्मीर में आतंकवाद बढ़ाने के लिए पूरजोर कोशिश कर रहा है। पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद यह पहली गर्मी है। घाटी में प्रदर्शन और हिंसा उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है।
 

अधिकारियों ने बताया ने लॉन्चिंग पैड पर आतंकवादियों की संख्या बढ़ाने के पीछे मकसद भारत में घुसपैठ कराकर कश्मीर में आतंकियों की ताकत बढ़ाना है। एक अनुमान के मुताबिक कश्मीर में अभी करीब 240 आतंकवादी हैं, जिनमें से 100 विदेशी हैं। हर 10 में से 6 आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के हैं, अन्य चार जैश के हैं।

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