रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा में कोरोना पीडित एक मरीज के अंतिम संस्कार में की गई लापरवाही का मामला तूल पकड गया है। इस मरीज का शव निगम कर्मी अधजला छोड गए थे जिसे बाद में जलाया गया। कोरोना की उपयोग की गई किट भी नष्ट नहीं की गई थी जिससे संक्रमण का खतरा था। संभागायुक्त रीवा डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने जांच के आदेश देकर 2 दिन में रिपोर्ट मांगी है। साथ ही नगर निगम आयुक्त और आईएएस अफसर अर्पित वर्मा और सहायक आयुक्त निधि राजपूत को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके अलावा दूसरी बार शव को जलाने हेतु किन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी और उन्हें क्वारेंटाइन करने की क्या व्यवस्था की गई थी? इसका भी ब्यौरा मांगा है।
सहायक आयुक्त निधि राजपूत ने इस मामले में बेतुका बयान देते हुए कहा था कि शव से संक्रमण का खतरा नहीं था। संभागायुक्त भार्गव ने राजपूत से पूछा है कि किन तथ्यों और गाइडलाइन के आधार पर कोरोना वायरस के संक्रमित मृत शरीर से संक्रमण नहीं फैलने की बात उनके द्वारा कही गई थी।
सतना जिले के कोटर तहसील अन्तर्गत ग्राम खम्हरिया निवासी हीरालाल सिंह कोरोना वायरस का संक्रमित पाया गया था। इसके बाद 4 मई को सतना से रीवा के श्यामशाह मेडिकल कालेज उपचार के लिए भेजा गया जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी।