इंदौर। बिट्रेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने के बाद वहां से लगभग 118 यात्रियों के हाल के दिनों में मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पहुंचने की पुख्ता सूचनाओं के चलते प्रशासन और स्वास्थ्य हरकत में आ गया है। आज शाम तक मात्र 30 यात्रियों से संपर्क हो सका है और शेष 88 से संपर्क के प्रयास जारी थे।  राज्य में पिछले नौ माह से अधिक समय से कोरोना वायरस का प्रकोप है और सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिला ही है। 

 जिले की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पूर्णिमा गडरिया ने आज यहां मीडिया को बताया कि इन सभी 118 यात्रियों और इनके निकटमत संपर्कों की पहचान कर उनसे बातचीत करने के प्रयास जारी हैं।   उन्होंने बताया कि इनमें से कल रात तक 30 संदेही यात्रियों के सैंपल कोविड-19 की जांच के लिए ले लिए गए हैं। इन सैंपल की जांच इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (एमजीएम) के प्रयोगशाला में की जा रही है। हालाकि इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है कि 118 यात्री कितने दिनों में या कितने दिन पहले ब्रिटेन से यहां पहुंचे हैं।  उधर एमजीएम प्रबंधन के सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन से आये यात्रियों में से कुल 30 सैंपल आज शाम तक कोरोना की जांच के लिए प्राप्त हुए हैं।  

सूत्रों ने यह भी कहा कि इन 30 यात्रियों के निकटतम सम्पर्क में रहे 35 संदेहियों के सैंपल भी कोरोना संबंधी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए इन सभी सैंपल की जांच जारी हैं। जांच रिपोर्ट कल तक आने की संभावना है। इस संबंध में इंदौर जिले के कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ अमित मालाकार ने बताया कि कुल 118 यात्रियों की प्राप्त सूची में से अब तक 30 यात्रियों से सम्पर्क कर उनके सैंपल लिए जा चुके हैं। शेष 88 यात्रियों से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का दल सम्पर्क करने का प्रयास कर रहा है।

  डॉ मालाकार भी इस बात का साफतौर पर जवाब नहीं दे पाए कि 118 यात्री कितने दिनों में यहां पहुंचे हैं।  इससे पहले ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने के बाद उपजे हालातों को देखते हुए केंद्र सरकार ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को 23 दिसंबर से 31 दिसंबर 2020 की रात 11 बजकर 59 मिनट तक रोक लगाने का फैसला किया है। इससे पहले विभिन्न माध्यमों से ब्रिटेन से भारत आ चुके यात्रियों की ऐहतियातन चिकित्सकीय जांच किये जाने के प्रयास जारी हैं। 

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