भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में लगातार बढ़ती कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव को उनके पद से हटा दिया है। लोकेश जाटव की जगह मनीष सिंह को इंदौर का कलेक्टर बनाकर भेजा गया है। कोरोना वायरस प्रभावित जिलों में इंदौर के बाद इसी तरह की लापरवाही जबलपुर और शिवपुरी में भी देखी जा रही है।
भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में कोरोनावायरस से पीडित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इंदौर में संक्रमण के बढ़ने की दर 300ः है। चिंता की बात ये है कि शहर में जितने सैंपल की जांच हो रही है, उनमें से 20ः पॉजिटिव निकल रहे हैं, जो अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा है। शुक्रवार को 63 सैम्पल आए। आंकड़े प्रमाणित करते हैं कि इंदौर में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जमीनी स्तर पर प्रशासन द्वारा पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए।
मध्य प्रदेश में इंदौर के अलावा भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर एवं शिवपुरी जिलों में कोरोना वायरस से पीडित लोग मिले हैं। संक्रमण को रोकने के लिए भोपाल, ग्वालियर एवं उज्जैन में प्रशासन द्वारा जो जमीनी स्तर पर काम किए गए वह दिखाई भी दे रहे हैं परंतु जबलपुर एवं शिवपुरी में प्रशासन द्वारा दी जा रही सूचनाओं का ग्राउंड जीरो पर मिलान नहीं हो रहा है। संक्रमित इलाकों का ना तो सैनिटाइजेशन किया जा रहा है और ना ही आइसोलेटेड मरीजों का इलाज चल रहा है। संदिग्ध मरीजों को सैंपल लेकर छोड़ दिया गया है। दोनों जिलों में लगातार शिकायत आ रही है कि प्रशासन को सूचना देने के बाद भी डॉक्टर सर्दी खांसी एवं सांस में तकलीफ वाले मरीजों का प्राथमिक चेकअप तक नहीं कर रहे हैं।