भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजभवन से सीधे मंत्रालय पहुंचे और कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किए जा रहे बचाव और उपचार के उपायों की विस्तार से समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश के 39 जिलों में लॉक-डाउन घोषित किया गया है। शिवराज सिंह ने निर्देशित किया कि अगले 3 महीने के लिए तैयारियां करें।
मुख्यमंत्री ने जबलपुर और भोपाल में कोरोना वायरस के प्रभाव को गंभीरता से
लेते हुए पूरी तरह लॉकडाउन करने के निर्देश दिए। इस दौरान सिर्फ अत्यावश्यक
वस्तुएं और सेवाएं ही उपलब्ध रहेंगी। इन जिलों के शहरी क्षेत्र में पूरी
तरह कर्फ्यू की स्थिति रहेगी। उन्होंने कहा कि यह कड़ा कदम लोगों के
स्वास्थ्य की रक्षा की दृष्टि से उठाना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने पूरी तरह लॉकडाउन की स्थिति में दूध, किराना, सब्जी और दवाई
जैसे अत्यावश्यक सामानों की सप्लाय चैन को और ज्यादा सक्षम बनाने के
निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से हम कोरोना को निष्प्रभावी
करके ही दम लेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों की स्थिति की
रोजाना समीक्षा होगी। अभी तक प्रदेश में 39 जिलों में लॉकडाउन की स्थिति
है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के फैलाव को
रोकने के लिए घरों से न निकले । इसके बारे में जानकारी लेने के लिए टोल
फ्री नम्बर 104 और 181 का भी उपयोग कर सकते है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए
कि पूरी तरह से लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से लागू करें। उन्होंने सभी
कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में सतर्कता बरतें और
लोगों को एक जगह जमा नहीं होने दें। कोरोना वायरस को रोकने का सबसे अच्छा
तरीका है कि इसके फैलाव की चैन को खत्म करें। यह तभी संभव है कि लोग आपस
में न मिले और सभी जिलों में तैयारी रखें ।
श्री शिवराज सिंह चौहान के कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में प्रोसेस इंडस्ट्री
को चालू रखें ताकि कोरोना वायरस के फैलाव के लिए जरूरी उपकरण जैसे मास्क,
सेनेटाइजर की कमी न पड़े। उन्होंने संक्रमण की संभावना वाले क्षेत्रों के
लिए बनायी गयी रिस्पाँस टीम को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला अस्पतालों में संक्रमण से संभावित व्यक्तियों को
अलग रखने के लिए पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था करने को भी कहा। उन्होंने
कहा कि अगले तीन माह की तैयारियाँ रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य
प्रदेशों की स्थिति का संज्ञान लेते हुए प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने
से रोकने के लिए हर जरूरी उपाय करें जो संभव हो। जरूरी उपकरणों की आवश्यकता
का अनुमान लगाकर अभी से आदेश प्रेषित करें। इस संबंध में भारत सरकार से भी
सहायता का आग्रह किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उपलब्ध पाँच प्रयोगशालाओं की संख्या को बढ़ाकर सागर और ग्वालियर में नई प्रयोगशालाएँ स्थापित करें और इन प्रयोगशालाओं को 24 घण्टे खुला रखें। फिलहाल एम्स भोपाल, आईसीएमआर जबलपुर, डीआरडीओ ग्वालियर, एमवाय हॉस्पिटल इंदौर, गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में प्रयोगशाला है। निजी अस्पतालों में जितना भी मेडिकल स्टाफ है उसको करोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैनात करें। उन्होंने विदेशों से आ रही उड़ानों पर विशेष नजर रखें और धार्मिक और पर्यटन स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों में आए पर्यटकों की विशेष जाँच करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ की मॉकड्रील कराएं ताकि वे संभावित प्रकरणों पर तत्परता के साथ नियंत्रण रख सके। मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों पर एहतियात के तौर पर सूक्ष्म माइक्रो प्लान तैयार रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इनमें बिस्तरों की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित रखे। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि भारत सरकार द्वारा दी गई सलाह का कड़ाई से पालन करवाएं। बैठक में मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी और सभी विभागों प्रमुख सचिव उपस्थित थे।