भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कैंसर, किडनी और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि दवाइयों की कीमत कम होने से इन बीमारियों का उपचार सस्ता हुआ है। इसलिये निजी चिकित्सालयों में इनके इलाज का खर्च भी नियंत्रण में हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के संचालन के लिये ऐसी व्यवस्था की जाये जिससे प्रदेश की जनता को ज्यादा लाभ मिल सके। इसके लिये अन्य प्रदेशों की व्यवस्थाओं का भी अध्ययन करें। इस योजना में प्रदेश के पंजीकृत असंगठित श्रमिकों को भी शामिल किया जायेगा। मिशन में प्रदेश के लगभग 84 लाख परिवार कवर होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 30 अप्रैल को होने वाले आयुष्मान भारत दिवस के कार्यक्रम में वे स्वयं शामिल होंगे और प्रदेश की जनता को संबोधित करेंगे। उन्होंने असंगठित श्रमिक परिवार की महिला को प्रसूति लाभ पाने में कोई परेशानी नहीं होने देने के निर्देश दिये। मलेरिया नियंत्रण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ायी जाये और प्रदेश को मलेरिया मुक्त बनाने की कोशिश की जाये। साथ ही मौसमी बीमारियों के नियंत्रण और उपचार की माकूल व्यवस्था की जाये।
बताया गया कि आयुष्मान भारत अभियान में प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा। इस वर्ष 545 केन्द्रों को तथा वर्ष 2020 तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित कर दिया जायेगा। इन केन्द्रों में डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर एवं सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की सुविधा तथा 12 प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
इस दौरान बताया गया कि प्रदेश के सभी जिलों में डायलेसिस तथा कैंसर कीमोथेरेपी उपचार की नि:शुल्क व्यवस्था उपलब्ध हैं। सी.टी. स्केन की व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में 11 अप्रैल से महिला स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन शुरू होगा तथा जून माह में निरोगी काया अभियान चलेगा। समीक्षा के दौरान लोक स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह, मुख्य सचिव बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त ए.पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री विवेक अग्रवाल और आयुक्त लोक स्वास्थ्य श्रीमती पल्लवी जैन गोविल उपस्थित थीं।