पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने वहां की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को लेकर अहम खुलासा किया है. उनका दावा है कि कुलभूषण के बदले 2014 पेशावर स्कूल हमले के जिम्मेदार और अफगानिस्तान की जेल में बंद एक आतंकवादी की अदला-बदली का प्रस्ताव दिया गया था.
मुहम्मद आसिफ ने ये बात बुधवार को न्यूयार्क में आयोजित एशियाई सोसाइटी के प्रोग्राम में कही. उन्होंने कहा, “पेशावर में एपीएस (आर्मी पब्लिक स्कूल) में बच्चों की हत्या करने वाला आतंकवादी अफगान हिरासत में है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने मुझसे कहा कि हम उस आतंकवादी से आपके पास मौजूद आतंकवादी (कुलभूषण जाधव) की अदला-बदली कर सकते हैं.”
हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने उस आतंकवादी का नाम और अदला-बदली का प्रस्ताव देने वाले एनएसए के बारे में कुछ भी नहीं बताया. उन्होंने अपने संबोधन में अमन-चैन के लिए पाकिस्तान के विजन और कार्यों के बारे में भी बताया.
आसिफ ने कहा कि अफगानिस्तान में अस्थिरता की वजह से पाकिस्तान को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जब तक इसपर सुधार नहीं होता, हम इस आग में जलते रहेंगे. इसलिए अमन-चैन कायम करने के लिए तुरंत कारगर उपाय अपनाने होंगे.
बता दें कि भारतीय नौसेना के 46 साल के रिटायर्ड ऑफिसर जाधव को पाकिस्तान की फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल ने पाकिस्तान के खिलाफ कथित रूप से ‘जासूसी और विध्वंसकारी गतिविधियों में संलिप्तता’ के लिए अप्रैल में मौत की सजा सुनाई थी.
पाकिस्तान का दावा है कि ये बलूचिस्तान में हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे थे और ये भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के कर्मचारी हैं. भारत ने इनकी भारतीय नागरिकता और पूर्व नौसेना अधिकारी होने की ही पुष्टि की है. इनका ईरान में अपना व्यापार था.
10 अप्रैल 2017 में पाकिस्तान की अदालत ने इन्हें जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई. भारत ने पाकिस्तान के फैसले के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में अपील की. देश के जाने-माने वकील हरीश साल्वे ने जाधव का केस लड़ा. 10 मई, 2017 को इंटरनेशनल कोर्ट ने कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी.