इटारसी ! समय के साथ बदलाव प्रगति का निशान है। कृषि उपज मंडी में आधार आधारित एटीएम से किसानों और व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा। इटारसी कृषि उपज मंडी अब राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ रही है और आगामी 26 जनवरी से यह शुरु हो जाएगा। यह बात मप्र विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने आज दोपहर यहां कृषि उपज मंडी परिसर में डीसीबी बैंक के एटीएम शुभारंभ और कृषक विपणन योजना के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान बतौर मु य अतिथि कही। अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल ने की। डॉ. शर्मा ने मंडी परिसर में कृषक विश्राम गृह की स्वीकृति भी दी।
कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा, पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा, मंडी अध्यक्ष विक्रम तोमर, मंडी बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर विनय निगम, जनपद पंचायत होशंगाबाद की अध्यक्ष संगीता सोलंकी, प्रमुख कृषि एवं समावेशी बैंकिंग डीसीबी बैंक मुंबई नरेन्द्र नाथ मिश्रा, प्रमुख जनसंपर्क एवं प्रचार विभाग डीसीबी बैंक मुंबई गौरव मेहता, क्षेत्रीय प्रबंधक डीसीबी बैंक भोपाल सुनील गिरधर मौजूद थे।
होशंगाबाद मंडी में भी लगे एटीएम: समारोह में डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश प्रगति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने डीसीबी बैंक के अधिकारियों से कहा कि वे ऐसी ही आधार आधारित एटीएम की व्यवस्था होशंगाबाद कृषि उपज मंडी में भी करें ताकि वहां आने वाले किसानों को भी इसका लाभ मिल सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल ने कहा कि जिले में बहुत विकास कार्य हो रहे हैं। कृषि मंडी में हुए कार्य भी इनमें शामिल हैं। पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने कहा कि यह मंडी के लिए विशिष्ट मौका है, इससे किसानों को लाभ मिलेगा। डीसीबी बैंक के कृषि एवं समावेशी बैंकिंग प्रमुख नरेन्द्र नाथ मिश्रा मुंबई ने बताया कि हमारे लिए इटारसी बड़ी महत्वपूर्ण जगह है क्योंकि हमने अपनी पहली शाखा मप्र में इटारसी में ही खोली और यहां से सहयोग मिला तो आज प्रदेश में 20 शाखाएं हैं, तीस और खोलने वाले हैं। उन्होंने बैंक से मिलने वाली लोन, बचत खाता, फिक्स डिपाजिट, गृह लोन, लाइफ और जनरल इंश्योरेंस आदि की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम को जनपद पंचायत अध्यक्ष संगीता सोलंकी, डीसीबी बैंक भोपाल के क्षेत्रीय प्रबंधक सुनील गिरधर ने भी संबोधित किया।
फिर अंगूठा छाप बन रहे हम: पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित भवानीशंकर शर्मा ने कहा कि पहले अंगूठा लगाते थे तो अंगूठा छाप कहलाते थे, आज डीसीबी बैंक ने मंडी परिसर में जो एटीएम लगाया है, वह आधार कार्ड के नंबर से चलेगा और इसमें जो सिक्योरिटी फीचर है, उसमें अंगूठा लगाना ही है। उन्होंने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि पहले पता होता कि हम फिर से अंगूठा छाप हो जाएंगे तो आजादी के बाद सरकार ने शिक्षा पर करोड़ों रुपए क्यों खर्च कर दिए? डीसीबी बैंक के अधिकारियों ने बताया कि एटीएम में आधार नंबर के साथ ही खाताधारक को अंगूठा भी लगाना पड़ेगा। सुरक्षा की दृष्टि से आगामी दिनों में इसमें एक फीचर और जोड़ा जा रहा है, जिसमें आंखों की पहचान भी लगेगी। इस पर श्री शर्मा ने कहा कि बैंक से पैसा चाहिए तो आपको साहसी भी होना पड़ेगा। यानी अब आंखें दिखाकर भी बैंक से पैसा मिल सकता है। श्री शर्मा ने कहा कि जिस दिन किसानों को बैंकिंग में पूरी तरह से व्यवहार करना आ जाएगा कोई भी उन्हें ठग नहीं सकेगा।
कृषक विपणन योजना में निकाला ड्रा: कृषि उपज मंडी में वर्ष में दो बार निकाले जाने वाले कृषक विपणन योजना का ड्रा भी किया गया। अतिथियों के साथ ही मंडी समिति के सदस्य, व्यापारियों और किसानों ने ड्रा के दौरान पर्चियां निकाली। पहला पुरस्कार 21 हजार रुपए नीतेश देवी प्रसाद साहू सांगाखेड़ा कला बाबई का निकला। पंद्रह-पंद्रह हजार के दूसरे दो पुरस्कार में पहला सुनील ललित किशोर ग्राम भट्टी और इसी गांव के विनोद रामगोपाल मेहतो को मिले। इसी तरह से तीसरे तीन पुरस्कार 11 हजार रुपए के थे। इस पुरस्कार के लिए जयकृष्ण लखनलाल चौधरी ग्राम बोरतलाई, कमलेश गणेश डोलरिया, और कृष्ण कुमार यादव धुरगाड़ा के नाम की पर्चियां निकलीं। योजना के अंतर्गत चौथे स्थान के लिए पांच-पांच हजार के चार पुरस्कार थे। इस पुरस्कार के लिए संतोष पालीवाल डोलरिया, सुनील गिरधारीलाल साकेत, पूनम साध मलोथर और विजय नर्मदा प्रसाद मेहतो बाबईखुर्द के नाम निकले। इस योजना में उस किसानों को 1 लाख 4 हजार के पुरस्कार बांटे गए।

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