नयी दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काले धन के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान करते हुए आज कहा कि आधी रात से 500 और एक हजार रुपये के सभी नोट अमान्य माने जायेंगे और जिनके पास ऐसे नोट हैं वे उन्हें वे 30 दिसम्बर तक बैंकों और डाकघरों में अपने खातों में जमा करा सकेंगे। प्रधानमंत्री ने आज रात राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जरूरी है और सरकार ने इसी के तहत 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का कदम उठाया है। लोग 500 और 1000 रुपये के नोटों को सभी बैंकों और डाकघरों में 31 दिसम्बर तक अपने खातों में जमा करा सकेंगे। विशेष परिस्थिति में इसके बाद भी आगामी 31 मार्च तक ऐसे नोट जमा कराये जा सकेंगे। लोग अपने खातों से प्रतिदिन 10 हजार और प्रति सप्ताह 20 हजार रुपये निकाल सकेंगे। कुछ स्थानों पर एटीएम नौ और 10 नवम्बर को काम नहीं करेंगे। कल सभी बैंकों में कोई सार्वजनिक कामकाज नहीं होगा। श्री मोदी ने कहा कि 10 से 24 नवम्बर तक 4000 रुपये तक के 500 और एक हजार रुपये के पुराने नोट बदले जा सकेंगे और 25 नवम्बर से इस राशि में बढ़ोतरी की जायेगी। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक 500 रुपये के नये नोट लायेगा और 2000 रुपये के नोट भी जारी किये जायेंगे। अभी 2000 रुपये का नोट प्रचलन में नहीं है। आम आदमी को असुविधा से बचाने के लिए 11 नवम्बर मध्य रात्रि तक सरकारी अस्पतालों , दवा दुकानों , पेट्रोल पंपों , रेल टिकट बुकिंग, हवाई टिकट , बस अड्डों और दूध डिपो पर 500 तथा 1000 रुपये के नोटों से खरीदारी की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि 100, 50, 20,10, पांच, दो और एक रुपये के नोट तथा सभी तरह के सिक्के मान्य रहेंगे और इनसे खरीदारी की जा सकेगी।
श्री मोदी ने कहा कि चेक, बैंक ड्राफ्ट, क्रेडिट कार्ड और अन्य गैर नगदी व्यवस्था से लेन देन पहले की तरह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट किसी कारणवश 30 दिसम्बर तक जमा नहीं हो पाते हैं तो लोग उन्हें 31 मार्च तक रिजर्व बैंक में जमा करा सकेंगे। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश आने-जाने वाले लोग 5000 रुपये की राशि तक के 500 और 1000 रुपये के नोट बदल सकेंगे।
बैंकों में 500 और 1000 रुपये के नोट जमा कराने के लिए व्यक्ति को अपना पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड , पैन कार्ड , वोटर कार्ड आदि दिखाना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी देश में प्रचलन में 80 से 90 प्रतिशत नोट 500 और 1000 रुपये के हैं और इनमें से बड़ी मात्रा में जाली हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पार से हमारे शत्रु जाली नोटों से अपना धंधा चला रहे हैं। आतंकवादी देश को तबाह करने के लिए जाली नोट का इस्तेमाल कर रहे हैं। आतंकवाद और जाली नोट नासूर की तरह देश को तबाह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोटों का इस्तेमाल हवाला कारोबार, काला धन जमा करने तथा काले धन का चुनाव में इस्तेमाल करने और आतंकवादी गतिविधियों तथा अवैध हथियार खरीदने के लिए किया जा रहा था इसलिए भी इन्हें बंद करना जरूरी था।

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