नीमच:जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 50 लाख रुपए की नई और पुरानी करेंसी के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात है कि इनमें 32 लाख रुपए के 2000 के नए नोट हैं। एसपी मनोज शर्मा ने बताया कि शनिवार दोपहर को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कलेक्टर चौराहे के पास चार संदिग्ध युवक एक कार से घूम रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और नाकेबंदी कर कार को रोका और युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। इस दौरान युवकों की कार की तलाशी ली गई, जिसमें से 49 लाख 70 हजार रुपए मिले। एसपी ने बताया कि जब्त की गई राशि में 32 लाख रुपए के 2000 के नए नोट हैं, जबकि शेष राशि के पुराने नोट मिले है। आरोपियों के नाम गौरव, गिरीश, कुलदीप और इमरान है, जिनमें से कुलदीप नयागांव बायपास पर टोल टैक्स कंपनी का मैनेजर बताया जा रहा है। बाकी लोग मंदसौर और उज्जैन के है. इस राशि के बारे में पूछताछ में आरोपी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए।
13860 करोड़ की ब्लैकमनी कबूलने वाले गुजरात के कारोबारी ने कहा
नहीं है वो मेरा पैसा परिवार को खतरा
अहमदाबाद। सबसे बड़ी बेहिसाब आमदनी का खुलासा करने के बाद कथित तौर पर फरार बताए जाने वाले गुजरात के प्रॉपर्टी डीलर महेश शाह शनिवार शाम अचानक मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि जो नगदी उजागर की है वो मेरा नहीं है। ये जिन लोगों का है उनके नाम आयकर विभाग को बताउंगा। शाह ने कहा कि वो फरार नहीं हुए थे, बल्कि पत्नी के इलाज के सिलसिले में अहमदाबाद से बाहर थे। गौरतलब है कि शाह ने सरकार की आय उजागर प्लान के तहत 13,860 करोड़ रुपए की आमदनी का खुलासा किया था। इसके बाद आयकर विभाग ने शुक्रवार को शाह की चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म अप्पाजी अमीन के ठिकानों पर छापे मारे।
मजबूरी में किया था काम
शाह ने कहा कि मैं उन लोगों के नाम आईटी डिपार्टमेंट को बताउंगा। मेरे परिवार की सुरक्षा को खतरा है। उन्हें सुरक्षा दी जाए। शाह ने कहा कि मैंने गलती की है, लेकिन में गुनहगार या अपराधी नहीं हूं। मेरी कुछ मजबूरी थी इसलिए ये काम किया। शाह ने कहा कि मुझे किसी से डर नहीं, लेकिन जो कहना है वो आयकर विभाग के सामने ही कहूंगा। जो कुछ है वो जल्द ही सामने आएगा। महेश ने कहा कि फ्लाइट में चलना, फाइव स्टार होटल में ठहरना या महंगे कपड़े पहनना गुनाह नहीं है। मेरे बेटे या परिवार को मेरे बिजनेस की जानकारी नहीं है। मैंने जो किया वो अपनी रिस्क पर किया। अब सामने आया हूं तो सबके नाम बताउंगा, लेकिन वो विभाग के सामने बताउंगा।