भोपाल । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि क्षिप्रा लिंक परियोजना का कार्य समय-सीमा में पूर्ण हो। उन्होंने कार्य की निरंतर मानीटरिंग के निर्देश दिये हैं। श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में जल संसाधन विभाग के वृहद परियोजना नियंत्रण मंडल की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में वित्त मंत्री श्री राघवजी, जल संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया और मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नहर सिंचाई प्रणाली के अंतिम छोर के किसानों तक पानी पहुँचें। इस कार्य की निरंतर निगरानी की जाये। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ आयोजन की तैयारियां वर्ष 2015 तक पूर्ण हो जाये। इस प्रकार कार्य किया जाये। श्री चौहान ने किसानों को जल की उपलब्धता और मौसम के अनुसार फसलों के चयन की बात कही। उन्होंने इस संबंध में कृषकों को शिक्षित करने की जरूरत बताई। श्री चौहान ने बैठक में सिंचाई, कृषि की स्थिति और सिंहस्थ की तैयारियों से संबंधित जल संसाधन विभाग के कार्यों की जानकारी ली।
बैठक में प्रमुख सचिव जल संसाधन श्री आर.एस. जुलानिया ने बताया कि इस वर्ष सिंचाई के वर्तमान 24 लाख हेक्टेयर की तुलना से अधिक की सिंचाई अनुमानित है। उन्होंने कहा कि ऐसे संकेत मिल रहे है कि प्रदेश में इस वर्ष कुल 25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। बैठक में बताया गया कि इस वर्ष गेहूँ के उत्पादन में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि होना अनुमानित है। क्षिप्रा लिंक परियोजना के पाइप लाइन बिछाने का कार्य मार्च माह तक पूरा होने की संभावना है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि श्री एम.एम. उपाध्याय, प्रमुख सचिव नव एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री एस.आर. मोहंती, नर्मदा घाटी विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री रजनीश वैश्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।