भोपाल। कांग्रेस की गुटवाजी ने कांग्रेस का देश में पूरी तरह से सफाया कर दिया है इसके बाद भी कांग्रेस में गुटवाजी पर कोई विराम नहीं लगा पा रहा है। सही बात तो ये है जिस नेता का जो मन है वह बोल रहा है। कांग्रेस में कोई ऐसा मुखिया नहीं है तो किसी पर लगाम लगा सके। यही कारण है कि मतदाताओं ने भी कांग्रेस को आईना दिखा दिया है। बडे शर्म की बात है कि कांग्रेस मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं चुन पा रही है। कांग्रेस के ही नेता एक दूसरे के खिलाफ बयान देने से भी नहीं चूक रहे है। सही बात तो ये है कि कांग्रेस में किसी को किसी का भय नहीं है इसका मुख्य कारण कांग्रेस हाईकमान में निर्णय लेने की क्षमता नहीं है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष पद के बीच कमलनाथ ने दूरियां बढ़ा दीं हैं। सोनिया गांधी से मीटिंग के बाद दिल्ली में यह मामला ठंडा हो गया है परंतु सिंधिया समर्थक कांग्रेस नेता अपनी निष्ठा प्रदर्शित करने से कतई नहीं चूक रहे हैं। अब महिला कांग्रेस की कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष वंदना मांडरे ने कहा है कि यदि सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया जाता तो वो इस्तीफा दे देंगी। बता दें कि वंदना मांडरे सिंधिया समर्थक महिला नेता हैं। सिंधिया ने ही उन्हे मप्र महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष बनवाया है। वंदना मांडरे ने कहा कि यदि सिंधिया को अध्यक्ष नहीं बनाया तो वो इस्तीफा दे देंगी। उन्होंने इस मामले पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। वंदना मांडरे ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है की यदि सिंधिया को कमान नहीं सौंपी जाती तो प्रदेश में एक आंदोलन खडा हो जाएगा। पूर्व में कुछ और सिंधिया समर्थक ये चेतावनी दे चुके है।
अध्यक्ष वंदना मांडरे ने बयान देते हुए कहा है की यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को अध्यक्ष नही बनाया जाता तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया युवा चेहरा हैं जो मध्यप्रदेश की नब्ज को बखूबी जानते हैं। प्रदेश की कमान जब युवा नेतृत्व के हाथों में होगी तो कांग्रेस का भविष्य उज्जवल होगा। मध्यप्रदेश की जनता ने सिंधिया के चेहरे को देखकर वोट दिया था।