भोपाल | केंद्रीय उर्जा राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि कांग्रेस नेता एक है, एक रहेंगे और अब यह एकता जमीनी स्तर पर भी नजर आएगी।
कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लेने आए सिंधिया ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि कार्यकारिणी के विस्तार में जमीनी लोगों को महत्व दिए जाने से पार्टी को लाभ होगा। पार्टी के बड़े नेताओं की एकता सिर्फ मंच तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में जमीनी स्तर पर भी नजर आएगी। उन्होंने आगे कहा कि उनकी ओर से प्रदेश इकाई को सुझाव दिया गया है कि एक सभा आयोजित की जाए, जिसमें पार्टी के सभी नेता एक साथ हों, और ऐसा जल्द ही होगा। कमलनाथ के सिर्फ छिंदवाड़ा व सिंधिया के सिर्फ ग्वालियर-चंबल अंचल तक सीमित रहने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि पिछले दिनों के दौरान उन्होंने 33 जिलों के दौरे किए हैं। वे लगातार ग्रामीण इलाकों के दौरे कर रहे हैं। राज्य की भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली की निंदा करते हुए सिंधिया ने कहा कि भाजपा की नुकसानदायक सरकार के चलते राज्य के युवा, किसान, दलित, महिलाओं को अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है। जनता अब बदलाव चाहती है। भाजपा अब सावधान हो जाए, क्योंकि उसका मुकाबला जनता व कांग्रेस से होने वाला है। कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को लोकोन्मुखी और जनकल्याणकारी सरकार देने के लिए कमर कस ली है।
मुख्यमंत्री के भावी दावेदार को लेकर कांग्रेस के भीतर संघर्ष के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा कि वह तो खुद को इस पद की दौड़ में नहीं मानते हैं, और मंच पर मौजूद अन्य नेताओं की अनुमति पर वह कह सकते हैं कि मंच पर बैठा कोई भी नेता इस पद की दौड़ में नहीं है। इस समय मंच पर सिंधिया के अलावा केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेशाध्यक्ष कांति लाल भूरिया, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश पचौरी मौजूद थे। सिंधिया ने साफ किया कि कांग्रेस का लक्ष्य व उसकी मंशा सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि ऐसी सरकार देने की है जो युवा, किसान, दलित, महिलाओं की आकांक्षाओं के अनुरूप काम करे।श्