नई दिल्ली : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक सत्यव्रत चतुर्वेदी (Satyavrat Chaturvedi) सपा का चुनाव प्रचार कर रहे हैं. वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन चतुर्वेदी सपा के टिकट से चुनावी मैदान में हैं. हालांकि सत्यव्रत चतुर्वेदी के साथ न तो कांग्रेस का कोई दिग्गज है और न ही खुद उनके भाई आलोक चतुर्वेदी. सत्यव्रत चतुर्वेदी (Satyavrat Chaturvedi) अपने बेटे नितिन चतुर्वेदी के लिए गांव की पगडंडियों पर सियासी रास्ता तलाश रहे हैं. सत्यव्रत चतुर्वेदी कहते हैं कि कांग्रेस ने उनके साथ धोखा किया है. सत्यव्रत चतुर्वेदी कहते हैं कि कांग्रेस ने मुझे सम्मान नहीं दिया. अब जब मैं अपने बेटे का चुनाव प्रचार कर रहा हूं तो मुझे स्टार प्रचारक बना रहे हैं. ये भांग खाए लोग हैं. उधर सत्यव्रत चतुर्वेदी के बगावती तेवर के बावजूद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के उत्साह में कोई कमी नहीं. कांग्रेस के पास यहां खोने के लिए ज्यादा कुछ नही है, क्योंकि छतरपुर की छह विधानसभा सीटों में पिछले बार महज एक पर ही कांग्रेस के वीर विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा ने जीत हासिल की थी.
अब नाती राजा के सामने कांग्रेस के ही सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन सपा के टिकट से कड़ी टक्कर दे रहे हैं, लेकिन नाती राजा कहते हैं कि उन्हें सत्यव्रत चतुर्वेदी (Satyavrat Chaturvedi) से ये उम्मीद नहीं थी. वह कहते हैं कि हमें ऐसी उम्मीद नहीं थी कि हमारे माननीय सत्यव्रत चतुर्वेती कांग्रेस से नाता तोड़कर सपा का दामन थाम लेंगे वो अपना काम कर रहे हैं मैं अपना. उधर खुद सत्यव्रत चतुर्वेदी के अपने घर में भी सियासी बगावत चल रही है. उनके भाई आलोक चतुर्वेदी छतरपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार है. वो अपने बड़े भाई सत्यव्रत चतुर्वेदी के फैसले के खिलाफ खड़े हैं.