इंदौर। प्रदेश में भले ही 15 साल से भाजपा की सरकार है, लेकिन इसके विकास को असली गति तो केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद ही मिली है। इसके पहले दिल्ली की मैडम वाली रिमोट सरकार इसके विकास में रोड़ा अटकाती थी। मुख्यमंत्री तक को अनशन पर बैठना पड़ता था। कांग्रेस के नेता कन्फ्यूज हैं और उनकी पार्टी फ्यूज। कांग्रेस के नेता को उनकी पार्टी ही सीरियसली नहीं लेती तो जनता कैसे लेगी? प्रदेश की जनता अपना भविष्य उनके हाथ में सौंपने का सोच भी नहीं सकती।
यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम इंदौर के लवकुश चौराहे पर आयोजित एक जनसभा में कही। मोदी ने कहा कि दिग्विजयसिंह को कांग्रेस इसलिए चुनाव प्रचार में नहीं उतारती क्योंकि वे सामने आ गए तो जनता को 15 साल पुराना मध्य प्रदेश याद आ जाएगा जब न सड़के थीं न बिजली। हिचकोले खाते हुए सफर होता था और मच्छर मारते हुए रात कटती थी।
मोदी की सभा में मालवा क्षेत्र के भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे 17 प्रत्याशी भी मौजूद थे। शाम 6.24 बजे मोदी एअरपोर्ट से सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचे। उन्होंने इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि स्वच्छता को लेकर यहां के लोगों ने संस्कार बना लिया है। कांग्रेस को कोसते हुए मोदी ने कहा कि उसने 55 साल तक प्रदेश में राज किया, लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ।
मोदी ने कहा कि 15 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार जरूर है, लेकिन इसके विकास को गति केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद मिली है। कांग्रेस ने हमेशा विभाजन करो-राज करो की नीति पर काम किया है। जनता के पास 55 साल का इतिहास और 15 साल का विकास दोनों के चित्र मौजूद हैं। यह जनता को तय करना है कि उसे पुराने 55 साल की तरफ देखना है या भविष्य के 55 साल की तरफ।
मोदी ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि 18 से 27 साल की उम्र महत्वपूर्ण होती है। इसी उम्र में युवा परिवार बसाता है और भविष्य की योजनाएं बनाता है। युवा विचार करें कि प्रदेश 55 साल पुराने लोगों के हाथ चला गया तो उनका भविष्य कैसा होगा?
49 मिनट के भाषण में मोदी ने कांग्रेस को जमकर कोसा। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि कांग्रेस के नेता से पूछो कि घोषणा पत्र क्या होता है तो वे कहते हैं कि घोषणा पत्र तो घोषणा पत्र होता है। मानसरोवर यात्रा के बाद उनसे पूछो कि वहां के अनुभव क्या थे तो वे बगलें झांकने लगते हैं। जिस नेता को उनकी ही पार्टी सीरियसली नहीं लेती उसे जनता कैसे सीरियसली ले सकती है।
10 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के नेता दिग्विजयसिंह पर भी मोदी ने जमकर तंज कसे। उन्होंने कहा वे खुद मानते हैं कि मैं प्रचार करने गया तो कांग्रेस के वोट कट जाते हैं। प्रदेश की जनता को दिग्गी राजा के चेहरे से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वे प्रचार में गए तो जनता को 15 साल पुराना मप्र याद आ जाएगा। कांग्रेस को भी इस बात का डर सताता है। यही वजह है कि उसने दिग्गी राजा को प्रचार से दूर रखा है।
इंदौर ने सफाई को संस्कार बना लिया
मोदी ने कहा कि इंदौर की जनता ने स्वच्छता को लेकर जो किया है, वह अनुकरणीय है। सिर्फ सरकारी व्यवस्था से यह संभव नहीं। इंदौर ने स्वच्छता को संस्कार के रूप में अपना लिया है। जब कोई चीज संस्कार में शामिल हो जाए तो कुछ भी असंभव नहीं रह जाता। पहले विदेशी भारत आते थे तो गली-मोहल्ले में गंदगी नजर आती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। सफाई पूरे हिंदुस्तान का भाग्य बदलेगी। इससे देश में पर्यटन भी बढ़ेगा। भविष्य में हम विश्व टूरिज्म में अलग स्थान बनाएंगे। स्टेचू ऑफ लिबर्टी इसका जीता जागता उदाहरण है।
मोदी ने कहा कि 15 साल पहले जब गुजरात से इंदौर आते थे तो मप्र में सड़क ही नहीं होती थी। उद्योगपति परेशान थे। ड्राइवर से कहते थे कि जब मप्र आ जाए तो जगा देना। इस पर ड्राइवर कहता था कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि मप्र आते ही सड़क खत्म हो जाएगी, दचकों से आपको खुद पता चल जाएगा। आज शिवराज सरकार ने प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा दिया है। अब गुजरात और मप्र की सड़कों में कोई फर्क नहीं है।
ग्रामीण स्वच्छता को लेकर मोदी ने कहा कि कांग्रेस की चार पीढ़ियां जो नहीं कर पाई, वह भाजपा ने साढ़े चार साल में कर दिखाया है। चार पीढ़ियां मिलकर ग्रामीण स्वच्छता को 32 प्रतिशत पर ही ले जा सकीं, लेकिन भाजपा ने चार साल में इसे 90 प्रतिशत से ज्यादा कर दिया। कांग्रेस की गति से विकास होता तो 12 पीढ़ियां लग जातीं। देशभर में 9 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाए गए हैं। अकेले मप्र में सवा 8 लाख शौचालय बनाए गए हैं।
मोदी ने कहा कि जनता को कांग्रेस और भाजपा के काम आमने-सामने रखकर विचार करना चाहिए कि कौन सही है और कौन झूठ बोल रहा है। आज की युवा पीढ़ी इंतजार नहीं करती। उसे गति पसंद है। अब फेसबुक और टि्वटर का जमाना है। केंद्र में बैठी भाजपा सरकार दिल्ली में बैठकर इंदौर के विकास का सपना देख रही है। चार साल से प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है तो प्रदेश का विकास दोगुनी गति से हो रहा है। इसकी वजह है कि विकास की गाड़ी में एक इंजन भोपाल का और दूसरा दिल्ली का लगा हुआ है।