भारतीय जनता पार्टी की भोपाल से प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर जब से चुनावी मैदान में आई हैं, उनके नाम के साथ एक के बाद एक विवाद खड़ा होता जा रहा है। हाल ही में मध्य प्रदेश के सीहोर में प्रचार अभियान के दौरान विपक्षी दल कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को अप्रत्यक्ष रूप से आतंकी कहने पर भी उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी। हालांकि, उन्हें सीहोर के कलेक्टर ने क्लीन चिट दे दी है।
प्रज्ञा के बयान के बाद चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने सीहोर के कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी थी। सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा ने उन्हें दी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं पाया है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रज्ञा ने किसी का नाम नहीं लिया और यह जाहिर नहीं है कि उन्हें किसी शख्स के लिए आंतकी शब्द का इस्तेमाल किया था।
इससे पहले ठाकुर ने भी अपने बयान पर उपजे विवाद के बाद यू-टर्न ले लिया था। उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने दिग्विजय को आतंकी नहीं कहा। प्रज्ञा से जब पत्रकारों ने पूछा कि आपने दिग्विजय सिंह के लिए कहा था कि वह आतंकी हैं? इस पर प्रज्ञा ने कहा, ‘मैंने नहीं कहा आतंकी, वह कह सकते हैं। उन्होंने कहा है, हमने नहीं कहा।
गौरतलब है कि सीहोर में प्रज्ञा ने बयान दिया था, ‘राज्य में 16 साल पहले उमा दीदी ने हराया था और वह 16 साल मुंह नहीं उठा पाया, और राजनीति करने की कोशिश नहीं कर पाया। अब फिर से सिर उठा है तो दूसरी संन्यासी सामने आ गई है, जो उसके कर्मों का प्रत्यक्ष प्रमाण है।’