सागर । ग्रामीण क्षेत्रों को समस्या विहीन ग्राम बनाने के लिए जन चौपाल लगाई जा रहीं हैं। कलेक्टर संदीप जी आर दूरस्थ ग्रामों में पहुंचकर आमजन से समक्ष में मिलकर उनकी समस्या का मौके पर ही निवारण कर रहे हैं। इसी क्रम में संपूर्णता अभियान के अंतर्गत जिले के सभी ग्रामों में शत प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं का लाभ देने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर  संदीप जी आर ने सागर जिले के राहतगढ़ विकासखंड के दूरस्थ ग्रामों में पुलिस अधीक्षक विकास शाहवाल के साथ जन चौपाल लगाई। उन्होंने पानी बचाने के लिए सभी से आवश्यक प्रबंध करने के लिए कहा। शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर डॉक्टर, इंजीनियर आदि बनाएं।  
इस अवसर पर एसडीएम  अशोक सेन, जनपद पंचायत के सीईओ  एस के प्रजापति, तहसीलदार श्री सुनील वाल्मीकि सहित  जनप्रतिनिधि, अधिकारी मौजूद थे।

मीरखेड़ी पंचायत सचिव रहा गैरहाजिर

कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने राहतगढ़ विकासखंड के ग्राम मीरखेड़ी एवं ककरुआ में जन चौपाल लगाकर ग्रामवासियों की समस्याओं को सुना और मौके पर ही अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण करने एवं मीरखेड़ी ग्राम पंचायत के सचिव को अनुपस्थित रहने के कारण निलंबित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने समस्त ग्रामवासियों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आप सभी ग्रामवासी आने वाली ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पानी बचाने के लिए भी सभी आवश्यक प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामवासी अपने-अपने बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजें और उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करें उन्होंने कहा कि आप सभी संकल्प लेकर अपने-अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर आदि बनाएं।


नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, फौती, मृत्यु/ जन्म प्रमाण पत्र संबंधी कार्य समय पर करने के निर्देश

कलेक्टर ने नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, फौती, मृत्यु प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र का कार्य समय पर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि इसके लिए आप आवेदन प्रस्तुत करें राजस्व अधिकारी  तत्काल उक्त सुविधाएं मुहैया कराएंगे। उन्होंने कहा कि सभी अपने-अपने ग्रामों में पौधारोपण करें जिसमें प्रमुख रूप से फलदार पौधे लगाएं जिससे हम सभी को निकट भविष्य में फल उपलब्ध हो सकेंगे।  ग्रामवासियों से कहा कि सभी पात्र ग्रामवासी अपने-अपने आयुष्मान कार्ड बनवाएं और 70 प्लस  वरिष्ठ वृद्धजन हैं उनके आयुष्मान कार्ड भी अवश्य बनवाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि वरिष्ठ वृद्धजनों के आयुष्मान कार्ड की सूची ग्राम पंचायत के भवन के मुख्य पटल पर चस्पा भी करें।

उन्होंने बताया कि तेजस्विनी योजना के तहत ग्राम की ही दो-दो महिलाओं बहनों को प्लंबर एवं इलेक्ट्रिशियन का निःशुल्क प्रशिक्षण जिला प्रशासन के द्वारा दिया जाएगा। जिसके माध्यम से वह अपने-अपने ग्रामों में प्लंबर एवं इलेक्ट्रिशियन का काम कर सकेंगी और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बनेंगी। सभी अपने-अपने ग्रामों की दो-दो इच्छुक महिला-बहिनों के नाम सचिव को उपलब्ध कराएं।


कलेक्टर ने ग्रामवासियों से चर्चा करते हुए कहा कि अपनी फसलों की गिरदावरी समय पर कराएं। उन्होंने राशन दुकान पर राशन उपलब्धता एवं खुलने बंद होने की जानकारी भी प्राप्त की। वरिष्ठ वृद्धजनों से उनकी पेंशन के संबंध में भी जानकारी ली। कलेक्टर  संदीप जी आर ने ग्रामवासियों से जल की उपलब्धता  पर चर्चा करते हुए कहा कि  ग्रामवासी नल जल योजना का लाभ लें और योजना के अंतर्गत हो रहे कार्यों को नुकसान न पहुंचाएं एवं ऐंसे व्यक्तियों की शिकायत करें जो योजना के अंतर्गत होने वाले कार्यों को क्षतिग्रस्त करते  पाए गए हों। ग्राम पंचायत द्वारा तैयार किए गए स्व-सहायता समूहों को प्रदान की गई राशि को समय पर चुकता करें। उन्होंने समस्त ग्रामवासियों से अपील की कि जिला प्रशासन के द्वारा समस्त ग्राम पंचायतों में तैयार किए गए संपर्क व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े व शासन की योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर उनका लाभ प्राप्त करें।
पुलिस अधीक्षक  विकास शाहवाल ने समस्त ग्रामवासियों से कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और कानून अपने हाथ में न लें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी बात पर कोई वाद-विवाद होता है तो इसकी जानकारी तत्काल 100 नंबर या ग्राम के सचिव, सरपंच, कोतवाल को दें पुलिस प्रशासन सदा आपके साथ है।

आंगनवाड़ी में दर्ज सभी बच्चों के नाम सूचना पटल पर करें चस्पा

कलेक्टर संदीप जी आर ने ग्राम मीरखेड़ी आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया एवं निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में दर्ज समस्त बच्चों के नाम आंगनबाड़ी कक्षा की मुख्य दीवाल पर पेंट के माध्यम से अंकित करें। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को पौष्टिक भोजन एवं नाश्ता दें, नाश्ता एवं भोजन के वितरण के मध्य पर्याप्त समय का अंतर रखा जावे। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में उपलब्ध टीचिंग, लर्निंग मटेरियल को बच्चों को उपलब्ध कराया। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 20-20 मुनगा के पौधों का रोपण करें और वितरण होने वाले भोजन में पौष्टिक सामग्री जैसे चुकंदर, पालक, मुनगे का उपयोग करें।