कर्नाटक में जेडीएस के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस की भूमिका पर अंतिम फैसला तो सोमवार को दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच बैठक के बाद ही तय होने की संभावना है। लेकिन इस बीच, ऐसी अटकलें हैं कि सरकार में कांग्रेस की बड़ी हिस्सेदारी हो सकती है। साथ ही उपमुख्यमंत्री का पद भी कांग्रेस के पास आ सकता है।

सूत्रों की मानें तो कुमारस्वामी को भी कांग्रेस को उप मुख्यमंत्री का पद देने पर कोई ऐतराज नहीं है। वहीं, कांग्रेस को 18-20 मंत्री पद मिल सकते हैं। यह संख्या जेडीएस के संभावित मंत्रियों से अधिक है। कांग्रेस किसी दलित नेता को उप मुख्यमंत्री बना सकती है। इस दौड़ में वरिष्ठ नेता और कर्नाटक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जी परमेश्वर का नाम सबसे आगे हैं। कई दूसरे नाम भी चर्चा में हैं।

विधायकों की नाराजगी का डर
विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले कांग्रेस और जेडीएस कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि बहुमत साबित करने से पहले पूरे मंत्रिमंडल का गठन करना जोखिम मोल लेना है। क्योंकि, कांग्रेस और जेडीएस से सभी को मंत्री नहीं बनाया जा सकता। ऐसे में कुछ विधायकों की नाराजगी स्वभाविक है। सामान्य स्थितियों में यह मायने नहीं रखती। पर इस वक्त भाजपा मौका भुना सकती है। इसलिए, बहुमत साबित करने तक एहतियात बरतने में कोई बुराई नहीं है।

अभी भी कड़े पहरे में विधायक
भाजपा सरकार बनाने की दौड़ में बाहर हो चुकी है। इसके बावजूद कांग्रेस को अपने विधायकों के बागी होने का डर सता रहा है। यही वजह है कि रविवार को भी पार्टी ने अपने विधायकों को घर जाने की इजाजत नहीं दी। सभी विधायकों को बेंगलुरु के नजदीक हिल्टन होटल में रखा गया है।

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