ग्वालियर। भिण्ड जिले के गोहद विकास खण्ड के नौनेरा गांव में कल एक किसान ने और फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। मृतक किसान की अतिवृष्टि के कारण गेंहूॅ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। इस अतिवृष्टि में उसकी दो बीघा में खडी फसल तो बर्बाद हुई ही थी, उसने गांव के ही दो किसानों की 15 बीघा जमीन बटाई पर ली थी वह भी बर्बाद हो जाने से काफी परेशान था। तीन साल से फसल बर्बाद हो जाने से वह कर्ज में भी डूब गया था।
ग्राम नौनेरा निवासी किसान रमेश रावत 52 वर्ष एक सप्ताह से काफी सदमे में था। मृतक किसान रमेश रावत के भाई कल्याण रावत ने बताया कि उसकी तीन साल से फसल बर्बाद हो रही थी। जिसके कारण वह कर्ज में डूब गया था। हर वार फसल नुकसान का आकलन किया जाता है लेकिन मुआवजा एक भी बार नहीं मिला है। उसका इकलौता पुत्र भी एक साल से बीमार चल रहा है उसके इलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं होने से भी वह काफी चितिंत था। गांव के ही किसान इन्द्रवीर सिंह व रमेश तोमर की जमीन भी बटाई पर ली थी वह भी बर्बाद हो गई थी। कल उसका भाई घर से बिना बताए कहीं चला गया बाद में उसका शव गांव के बाहर खेत में पेड से लटका मिला है।
गोहद के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अमरनाथ वर्मा ने बताया कि नौनेरा के किसान रमेश रावत का शव खेत में पेड से लटका मिला है उसका अंतिम परीक्षण कराया गया है। पुलिस आत्म हत्या के कारणों का पता लगा रही है।
भिण्ड जिले में अतिवृष्टि से प्रभावित 15 किसानों की मौत हो चुकी है, किसान अभी भी इस बर्बादी के मंजर से उभर नहीं पाए हें और किसान अभी भी मौत को गले लगा रहे है।

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