भोपाल। ग्वालियर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर बना कर पूजा करने वाली हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने पर दिग्विजय सिंह लंबी चुप्पी के बाद एक लाइन का बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हृदय परिवर्तन होने पर क्या किया जा सकता है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने पूछा था दिग्विजय सिंह से सवाल
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने का खुला विरोध करते हुए दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना सवाल पूछा था कि ‘ यदि प्रज्ञा सिंह ठाकुर कल कांग्रेस में आना चाहे तो क्या उनको भी शामिल कर लिया जाएगा। याद दिलाना जरूरी है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था।
दिग्विजय सिंह के बयान में लाचारी नजर आई
आलोचकों को दिग्विजय सिंह के बयान में लाचारी नजर आई है। कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति से दिग्विजय सिंह को बाहर किया जा चुका है। 2018 विधानसभा चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा के जरिए मध्यप्रदेश में अपनी जमीनी पकड़ मजबूत कर ली थी लेकिन अंतिम समय में कमलनाथ आ गए। अब हालात यह है कि दिग्विजय सिंह को कांग्रेस पार्टी में नंबर दो की स्थिति बचाए रखने के लिए सभी प्रकार के समझौते करने पड़ रहे हैं।