भोपाल. शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदेश में लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकालने वाले कंप्यूटर बाबा पर एक्शन की तैयारी है. इसको लेकर प्रशासन ने उनके आश्रमों को नापना शुरू कर दिया है. इंदौर के साथ कई जिलों में उनके आश्रम बताए जा रहे हैं. दो आश्रमों की वीडियोग्राफी और नपती की गई है. इस नपती के दौरान प्रशासन को सरकारी जमीन पर कब्जा मिला है. इन आश्रमों को गिराने की तैयारी की जा रही है.
कंप्यूटर बाबा 26 विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकाल रहे हैं. प्रशासन ने कंप्यूटर बाबा के दो आश्रमों की वीडियोग्राफी के साथ नपती कराई है. प्रशासन की तरफ से जब पड़ताल की गई तो पता चला कि जो आश्रम बनाए गए हैं, उनके निर्माण में सरकारी जमीन भी है. यानी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर आश्रम बनाया गया है.
कंप्यूटर बाबा ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार आश्रमों पर कार्रवाई करेगी तो साधु संतों के साथ मुख्यमंत्री निवास के बाहर धुनी रमाकर बैठ जाएंगे. उन्होंने कहा कि साधु संत हमेशा सत्य के साथ रहे और उनकी आवाज को कोई नहीं दबा सकता है. यदि सरकार ने उनके मठ मंदिरों पर नजर डाली तो उसका परिणाम ठीक नहीं होगा. संत समाज इसका विरोध करेगा.
सरकार के खिलाफ प्रचार प्रसार करने वाले कंप्यूटर बाबा के खिलाफ प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि यदि कंप्यूटर बाबा को राजनीति करनी है तो संतों का चोला उतार दें और सियासी मैदान में उतर आएं. संतों की आड़ में राजनीति करना ठीक नहीं है.
कंप्यूटर बाबा ने ग्वालियर से लोकतंत्र बचाओ यात्रा शुरू की थी. यह यात्रा उन विधानसभा क्षेत्रों में निकाली जा रही है, जहां पर उपचुनाव होना है. कंप्यूटर बाबा जनता के बीच जाकर कमलनाथ सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं और शिवराज सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.