नई दिल्ली : पीओके के आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना की बड़ी कार्रवाई के बाद प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक हुई. इस बैठक में पीएम के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली, एनएसए अजीत डोवाल समेत उच्च अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बताया जा रहा है कि बैठक में एयरफोर्स के ऑपरेशन और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई है. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के दो हफ्तों के अंदर ही भारतीय वायुसेना ने आतंकियों को मुहतोड़ जवाब दिया है.
एयरफोर्स ने एलओसी के पार जाकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर 1000 किलो के बम गिराये हैं. जानकारी के मुताबिक तड़के 3 बजे चलाए गए ऑपरेशन में एयरफोर्स के 12 मिराज फाइटर प्लेन शामिल थे. आपको बता दें कि यह पहला मौका है जब भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार कर किसी ऑपरेशन को अंजाम दिया है. यहां तक कि कारगिल युद्ध के दौरान भी एयरफोर्स ने एलओसी पार नहीं की थी.
जानकारी के मुताबिक एयरफोर्स के ऑपरेशन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप पूरी तरह तबाह हो गए हैं. इसी संगठन ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा है. थोड़ी देर में रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस पर आधिकारिक बयान भी आ सकता है. एयरफोर्स के हमले केे बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि अगर ये बात सच है तो ये बहुत बड़ी कार्रवाई है. लेकिन हमें इस पर भारत सरकार के आधिकारिक बयान का इंतजार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अभी ये देखना होगा पाकिस्तान इस कार्रवाई का किस तरह जवाब देता है.