नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में आने वाले उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-9 में तैनात मजिस्ट्रेट योगेश कुमार की लाश उन्हीं के सरकारी आवास में फांसी पर लटकी मिली है। उनकी उम्र 46 साल थी। शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है परंतु पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर चल रही है।
गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-9 में तैनात मजिस्ट्रेट योगेश कुमार (46) ने जज कॉलोनी के अपने सरकारी आवास पर शुक्रवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह फ्लैट संख्या 303 टॉवर 2 जजेस रेजिडेंस, मॉडल टॉउन, थाना सिहानीगेट में रहते थे। वह मूल रूप से मेरठ के रहने वाले थे। योगेश शर्मा की 17 मार्च 2020 को ही गाजियाबाद जिला अदालत में नियुक्ति हुई थी। एडीजे के पद पर यह उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी।
उनके परिवार में पत्नी सुचिता शर्मा और बेटा मनु शर्मा (15 वर्ष) और बेटी नंदिनी (12 वर्ष) हैं। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि अभी तक सुसाइड करने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।