नई दिल्ली। जज लोया की मौत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग चलाने के प्रस्ताव को लेकर विपक्ष सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को इस बाबत संसद भवन में तामम विपक्षी दलों की बैठक होने जा रही है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से इसके लिए समय मांगा है। माना जा रहा है कि बैठक के बाद इस बात पर कांग्रेस इस बैठक का फैसला वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात के बाद लिया गया है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सभी नेताओं को सुबह 11 बजे बैठक के लिए बुलाया है। इस सर्वदलीय बैठक के बाद जज लोया की मौत की जांच को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की जाएगी। आपको बता दें कि इससे पहले 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट के 4 न्यायाधीश ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस मामले पर गंभीर चिंता जताई थी। इस मामले को जजों ने गंभीर बताया था। आज होने वालाी बैठक में कुछ नेता गायब भी रहेंगे। टीएमसी ने कहा है कि वह पंचायत चुनाव में व्यस्त है, लिहाजा इस बैठक में शामिल नहीं हो सकती है। जबकि केरल की यूएमएल ने भी इतने कम समय में दिल्ली पहुंचने में असमर्थता जाहिर की है।
आपको बता दें कि बजट सत्र के दौरान भी महाभियोग को संसद में लाने का मामला जोरो पर था। लोकसभा में महाभियोग का प्रस्ताव आने के बाद सदन में 100 लोगों का इसका समर्थन करना जरूरी है, हालांकि इससे पहले 70 सांसद इसपर हस्ताक्षर कर चुके हैं। वहीं राज्यसभा में इस प्रस्ताव को पास करने के लिए 50 सांसदों की जरूरत होती है। किसी भी सदन में यह प्रस्ताव आने के बाद सभापति या फिर अध्यक्ष को इसे खारिज करने का अधिकार होता है।