ग्वालियर। अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से फसल नष्ट हो जाने के बाद सदमे व फांसी लगाकर जिले भर में हुई एक दर्जन किसानों की मौत के बाद प्रशासन द्वारा मृत किसानों के परिवारीजनों को राहत राशि के रुप में आश्वासनों के सिवाए अभी तक कुछ नहीं दिया गया है। आलम ये है कि पीडित परिवार आर्थिक सहायता के लिए प्रशासनिक अधिकारियों का मुंह ताक रहे है।
एक तो खेतों में फसल बर्बाद हो गई, ऊपर से परिवार के मुखिया का इस सदमे में सदैव के लिए दुनिया छोडकर चले जाना, उनके परिजनों को बेहद खल रहा है। हालात ये हैं कि घर के मुखिया की मौत के बाद संबंधित परिजनों को प्रशासन द्वारा राहत राशि के रुप में एक धेला (एक भी पैसा) भी नहीं दिया गया है जबकि स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तत्काल आर्थिक रुप से मदद पहुॅचाने की घोषणा अपने भिण्ड प्रवास के दौरान कर चुके है बावजूइ इसके पीडितों तक सहायता राशि नहीं पहुंच पाई है।
मात्र 22 दिन में फसल बर्बाद होने से सदमे में आए एक दर्जन किसानों की मौत हुई है। जिसमें 6 किसानों ने फांसी लगाकर तथा 6 किसानों की सदमे से मौत हुई थी।
भिण्ड कलेक्टर मधुकर आग्नेय ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा सभी मृत किसानों के परिजनों को 50-50 हजार रुपए दिए जाने की घोषणा की गई थी, जो शीघ्र ही उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है।