ग्वालियर। भिण्ड कलेक्टर इलैया राजा टी को सेना के अधिकारियों ने पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि अगर भिण्ड जिले के युवा अपना व्यवहार सुधारें और लोगों से अच्छा व्यवहार करें, अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो भिण्ड के युवाओं को सेना में भर्ती नहीं किया जाएगा। सेना के हैड क्वार्टर से आए भिण्ड कलेक्टर के पास पत्र से यहां के युवाओं में हडकंप मच गया है। जिला प्रशासन ने भी सेना के इस पत्र को गंभीरता से लिया है तथा सेना भर्ती रैली से पहले तहसील स्तर पर एक कैंप लगाया जाएगा इसमें भर्ती रैली में शामिल इच्छुक युवाओं का पहले रजिस्टेªशन किया जाएगा और उन्हें समझाया जाएगा कि वह सेना भर्ती रैली में आते-जाते समय लोगों से अच्छा व्यवहार करें, तथा रास्ते में सार्वजनिक व निजी संपतियों को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाएं।
देश में सेना भर्ती रैलियों में मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड व मुरैना जिले से सर्वाधिक युवा शामिल होते है। लेकिन ये युवा रैली में भाग लेने के बाद जब वापस लौटते हैं तो रेल, बस तथा सार्वजनिक स्थलों पर इतना अधिक उपद्रव करते हैं और सरकारी व निजी संपतियों को भारी नुकसान पहुचाने के साथ ही महिला यात्रियों से अपमानजनक हरकत भी करते है। बार-बार सेना भर्ती रैली के बाद हो रही घटनाओं के बाद सेना के अधिकारियों ने कडा रुख अपनाया है। कुछ दिन पहले सेना के अधिकारियों ने भिण्ड कलेक्टर इलैया राजा टी व पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन से मुलाकात कर युवाओं के बारे में बता दिया था। अब सेना ने कलेक्टर को पत्र लिखकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। कि अगर युवा नहीं सुधरे तो इस क्षेत्र के युवाओं को सेना में भर्ती करना बंद कर दिया जाएगा।
सेना के अधिकारियों को इतना कडा रुख इसलिए अपनाना पडा कि 16 जनवरी 016 को सेना भर्ती के लिए जा रहे युवाओं ने ग्वालियर के पास एक टेªन की सीटों पर कब्जा कर लिया। जब यात्रियों ने विरोध किया तो इन युवाओं ने यात्रियों की मारपीट की तथा ट्रेन के कांच व अन्य चीजें तोड दी थी। 17 जनवरी को सेना भर्ती रैली में छतरपुर जा रहे युवाओं ने खजुराहो-उदयपुर इन्टरसिटी में गर्भवती महिला व यात्रियों की मारपीट की थी। 18 जनवरी को युवाओं ने चंबल एक्सप्रेस में उपद्रव मचाया था। 20 जनवरी को छतरपुर में सेना भर्ती के बाद लौटते समय चंबल एक्सप्रेस में भारी उपद्रव किया था। महिला यात्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया था। जब यात्रियों ने इनकी हरकतों का विरोध किया तो उनकी मारपीट की गई थी। सवसे बडी घटना 12 नबम्बर 2014 को हुई थी। जब ग्वालियर में सेना भर्ती रैली में पहुंचे युवाओं ने राहगीरों की मारपीट, महिलाओं से छेडखानी, गाडियों में आगजनी की घटना को अंजाम देकर हालात बेकावू कर दिए थे।
कलेक्टर इलैया राजा टी ने आज बताया कि सेना भर्ती रैली में शामिल होने वाले युवा उपद्रव करते हैं। इस आशय का पत्र सेना से आया है। अब जो युवा सेना रैली भर्ती में शामिल होने जाऐंगे उन्हें तहसील स्तर पर कैंप लगाकर उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा तथा समझाइस दी जाएगी कि वह उपद्रव न करें।