ग्वालियर। प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा का सबसे अधिक फोकस ग्वालियर चंबल संभाग की उन सीटों पर है जिन सीटों पर 2018 के चुनाव में भाजपा को जनता ने पटकनी देकर कांग्रेस को जिताया था। इन सभी सीटों पर जीत के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान उपचुनाव की घोषणा के पहले इस क्षेत्र को करोड़ों की सौगात देने की तैयारी भी कर रहे हैं। चंबल एक्सप्रेस प्रोग्रेस वे के साथ मुरैना में सैनिक स्कूल और केंद्र प्रवर्तित योजनाओं के अंतर्गत कई सिंचाई परियोजनाओं के लिए शिवराज सरकार केंद्र से अधिक से अधिक फंड भी मांग रही है।
कोरोना संकट काल में भाजपा की सरकार ने गेहूं, चावल फ्री में बांटने का काम तेजी से किया है। सरकार की मंशा है कि खाने के लिए अनाज की कमी न हो, इसे देखते हुए केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान से मिलकर सीएम चौहान ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में केन्द्र सरकार ने 67.25 लाख मीट्रिक टन को ही केन्द्रीय पूल में मान्य किया था। शेष 6.45 लाख मीट्रिक टन गेहूं को भी केन्द्रीय पूल में शीघ्र शामिल कर किसानों के हित में भुगतान करने की मांग की गई है।
उपचुनाव में सबसे अधिक 16 विधानसभा सीट पर चुनाव ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में होना है। भाजपा चाहती है कि यहां पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली कम सीटों की भरपाई भी यहीं से हो जाए। इसीलिए चम्बल प्रोग्रेस वे के साथ इस इलाके की एक बड़ी उपलब्धि सैनिक स्कूल पर फोकस किया गया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर सीएम चौहान ने लंबे समय से पेंडिंग इस मांग को पूरा करने के लिए कहा है ताकि उपचुनाव की घोषणा के पहले सौगात मिलने से चुनाव में इसका फायदा मिल सके।