लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में कंटेनमेंट जोन को नियंत्रित करते हुए बाकी जगहों पर अधिकतम कार्य शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। अब सरकार कोरोना के नाम पर कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी। पिछले महीने की अपेक्षा राजस्व बेहतर हुआ है। हमारा ध्यान जनता को अधिक से अधिक रियायतें देने पर है। पीएम गरीब कल्याण पैकेज का भी सबसे ज्यादा फायदा यूपी को हुआ है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अनलॉक-1 में भी सामूहिक जुटान पर रोक जारी रहेगी। लोगों को जागरूक किया जाएगा, क्योंकि बचाव ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अब तक 3 लाख करोड़ रुपये के एमओयू जमीन पर उतर चुके हैं। आज जो भी निवेशक चीन छोड़ रहा है, उसे यूपी पसंदीदा निवेश स्थल नजर आ रहा है।
मैनपावर की जरूरत
प्रवासी मजदूरों के साथ यूपी में पहले से मौजूद श्रमशक्ति के सवाल पर सीएम ने कहा कि लोगों को लगा था कि इनके आने से अराजकता बढ़ेगी, लेकिन मैं जानता था कि वे हमारी ताकत बनेंगे। हमने उद्योगों की मैपिंग शुरू की है। उद्योगों को बड़े पैमाने पर मैनपावर की जरूरत है। हम आर्थिक पैकेज का ज्यादा से ज्यादा लाभ एमएसएमई तक पहुंचाने में जुटे हैं। इसलिए, यूपी में काम की कोई कमी नहीं है।
जिला स्तर पर सेवायोजन कार्यालय भी रोजगार और प्रशिक्षण के लिए सक्रिय किए गए हैं। साथ ही हम शहरों में आने वाले छात्रों, कामगारों, स्ट्रीट वेंडर, कामगारों के आवास की योजना भी बना रहे हैं, जिससे उन्हें फुटपाथ पर न सोना पड़े। योगी ने कहा कि लॉकडाउन अवधि में 94% फीसदी उद्यमों ने वेतन का भुगतान किया है। उनके यहां काम करने वालों को लगभग 1,700 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है।
‘भगवान न करे विपक्ष के किसी नेता को कोरोना हो’
विपक्ष के सवालों पर योगी ने कहा कि भगवान न करे विपक्ष के किसी नेता को कोरोना हो और उन्हें कोविड अस्पताल जाना पड़े, अन्यथा वह वहां वास्तविक स्थिति देखते। जनता सुविधाओं से प्रसन्न है और वह हकीकत जानती है। सीएम ने कहा कि ट्विटर पर टिप्पणी करने वालों ने किसी को मदद का एक पैकेट भी नहीं दिया। जिन्होंने कोटा से बच्चों को लाने का पैसा लिया और हमें फर्जीवाड़े से भरी सूची भेज दी।