उज्जैन। उज्जैन शहर के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए जेएनएनयूआरएम योजना में शहर के सिटी डेव्हलपमेंट प्लॉन को शामिल किया गया है। उज्जैन सिटी के डेव्हलपमेंट प्लॉन में ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के लिये 5 अरब 26 करोड़ 74 लाख का प्रावधान किया गया है।
इसके अंतर्गत मुख्य रूप से महाकाल परिसर का संरक्षण, सप्त-सागर का संरक्षण एवं महाराजवाड़ा परिसर का संरक्षण भी शामिल है। पवित्र नगरी उज्जैन में तीर्थ-यात्रियों के ठहरने एवं उनके यातायात के लिये भी सिटी डेव्हलपमेंट प्लॉन में 84 करोड़ का प्रावधान किया गया है। योजना के पहले चरण में अधोसंरचना एवं सुशासन के अंतर्गत जल-प्रदाय व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण की 66 करोड़ 86 लाख की परियोजना का क्रियान्वयन भी प्रारंभ किया जा चुका है। योजना के द्वितीय चरण में शहरी गरीबों के लिये बुनियादी सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत 17 करोड़ 41 लाख लागत के 1,320 आवास के निर्माण की योजना भी स्वीकृत की गई है। आवासों का निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा इन कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।