ग्वालियर। ईसाई समाज के धर्मगुरु बिशप थामस थेन्नाट के शव को 6 महीने बाद सोमवार को बड़ा गांव स्थित मिशनरी के कब्रिस्तान से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में निकाला गया। इस मौके पर वह महिला भी मौजूद थी जिसने शिवपुरी के पोहरी जेएमएफसी कोर्ट में परिवाद दायर किया था और बिशप की हत्या की आशंका जताई थी। दरअसल पिछले साल 14 दिसंबर को श्योपुर से ग्वालियर लौटते समय शिवपुरी जिले के पोहरी इलाके में कार एक्सीडेंट में बिशप थॉमस थेन्नाट मौत हो गई थी ।शिकायतकर्ता महिला डोली थॉमस का आरोप है कि इतने बड़े एक्सीडेंट में कार में सवार तीन फादर और ड्राइवर को खरोंच तक नहीं आई ना ही कार में कोई बड़ा नुकसान हुआ लेकिन बिशप की मौत हो गई ।खास बात यह है कि बिशप की मौत के बाद लाश का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था महिला को इस पर आपत्ति थी उसका कहना था कि फादर और कार में सवार दूसरे लोग लोगों ने साजिश के तहत बिशप की हत्या की है। इसलिए लाश का पोस्टमार्टम कराने से स्थिति साफ हो सकती है। इसे लेकर महिला ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था। शिवपुरी पुलिस स्थानीय मुरार पुलिस और तहसीलदार की मौजूदगी में महिला को लेकर ईसाई समाज के कब्रिस्तान पहुंची और समाज के सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में करीब 8 फीट गहरे गड्ढे से बिशप की लाश को निकलवाया गया । लाश का पोस्टमार्टम कराने के लिए उसे डेडहाउस भिजवा दिया गया है। जहां डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम की पूरी वीडियोग्राफी कराने के बाद अपना ओपिनियन कोर्ट के समक्ष पेश करेगा। इससे मौत के कारणों का भी खुलासा हो सकेगा ।ईसाई समाज के लोगों ने महिला पर किसी के इशारे पर इस तरह की कार्रवाई करने का आरोप लगाया है ।उनका कहना है कि ईसाई समाज के किसी भी धर्म गुरु का शव एक बार दफनाने के बाद कभी निकलवाया नहीं गया है। ।इससे पहले ईसाई समाज के लोगों ने विशप से क्षमा मांगी और सभी की सद्बुद्धि की ईश्वर से कामना की ।

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