भोपाल। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना इलाज की सर्वोत्तम व्यवस्था सुनिश्चित कर मृत्यु दर को कम करना है। हमारे लिए हर जान कीमती है। इलाज में थोड़ी भी चूक बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री  चौहान ने आज वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ एक-एक कोविड वहां हुई डैथ की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से एनालिसिस प्रारंभ की। सर्वप्रथम मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन एवं चिकित्सा विशेषज्ञ के साथ कोविड-19 के कारण वहां हुई मृत्यु का विस्तृत विश्लेषण किया गया।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव  इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी  विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य  मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा  संजय शुक्ला, आयुक्त जनसंपर्क  सुदाम पी. खाड़े आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी कम्युनिटी स्प्रैड की स्थिति न बने, इसके लिए सभी कलेक्टर्स गहन सर्वे, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, टैस्टिंग के साथ ही संक्रमित क्षेत्रों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन तथा अन्य सभी सावधानियां सुनिश्चित करें।

एसीएस हैल्थ  सुलेमान ने बताया कि मध्यप्रदेश में कोरोना मृत्यु दर 4.3 प्रतिशत है, जबकि देश की मृत्यु दर 2.8 प्रतिशत है।

रीवा जिले की समीक्षा में मुख्यमंत्री  चौहान ने निर्देश दिए कि जिले में कोरोना से कोई मृत्यु न हो, इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 35 कोरोना पॉजिटिव मरीज थे, जिनमें से 10 डिस्चार्ज हो गए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 25 है। जिले में कोरोना से कोई मृत्यु नहीं हई है।

मुख्यमंत्री  चौहान ने निर्देश दिए कि प्रवासी मजदूरों से संक्रमण न फैले इस बात की पूरी सावधानी रखी जाए। उनका स्वास्थ्य परीक्षण तथा ठीक ढंग से क्वारेंटाइन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। क्वारेंटाइन सेंटर्स पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हों। वहां आयसोलेशन के साथ शुद्ध भोजन, स्वच्छ जल, पंखे तथा शौचालय की अच्छी व्यवस्था हो।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य  सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में एक्टिव प्रकरणों में कमी आई है। 29 मई की स्थिति में 192 कोरोना के नए संक्रमित मरीज मिले, वहीं 219 मरीज स्वस्थ होकर घर गए। प्रदेश में एक्टिव केसेज की संख्या 3042 है। प्रदेश की कोरोना रिकवरी रेट 56 प्रतिशत हो गई है, देश की रिकवरी रेट 42.8 प्रतिशत है। आज हमीदिया अस्पताल भोपाल से 28 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं।

एसीएस हैल्थ ने बताया कि उज्जैन का ट्रॉमा सेंटर कोविड अस्पताल के रूप में तैयार हो गया है। अमलतास अस्पताल देवास भी अनुबंधित कर लिया गया है। अब आर.डी. गार्डी अस्पताल की आवश्यकता नहीं है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि इंदौर, भोपाल एवं उज्जैन की कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं पर 3 वरिष्ठ अधिकारी विशेष नजर रखेंगे। एसीएस हैल्थ  सुलेमान इंदौर की, प्रमुख सचिव  फैज अहमद किदवई भोपाल की तथा प्रमुख सचिव  संजय शुक्ला उज्जैन की व्यवस्थाओं पर विशेष नजर रखेंगे।

मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रदेश में श्रेष्ठ उपार्जन कार्य के लिए सभी संबंधितों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 100 लाख मीट्रिक टन खरीदी के लक्ष्य से भी काफी अधिक 120 लाख 81 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन कर लिया गया है। खरीदी की सारी व्यवस्थाएं सुचारू हैं। यह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि 31 मई के बाद भी यदि कुछ खरीदी केन्द्रों पर खरीदी की आवश्यकता हो तो उन्हें चालू रखा जाए। प्रत्येक पंजीकृत किसान का गेहूँ खरीदा जाएगा

एसीएस  मनोज वास्तव ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अच्छे कार्य के लिए विश्व बैंक द्वारा मध्यप्रदेश को 223 करोड़ रूपए की इन्सेंटिव ग्रांट दी गई है। उन्होंने बताया कि श्रम सिद्धि अभियान के तहत 4 लाख 18 हजार श्रमिकों को कार्य दिया गया है। मनरेगा के कार्यों में 81 प्रतिशत कार्य जल ग्रहण संबंधी हैं। गत वर्ष इनका प्रतिशत 66 था।

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