नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज राज्यसभा में ऐलान किया कि इराक में अपहृत 39 भारतीयों की मौत हो गई है। आज राज्यसभा में सुषमा ने कहा कि कल हमें जानकारी मिली है कि 38 लोगों के डीएनए नमूने मेल खाते हैं और 39 वें व्यक्ति के डीएनए का 70 प्रतिशत है मेल खा रहा है। इराक में मारे गए भारतीयों के अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे। अवशेष ले आने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएंगे। सुषमा ने सदन को जानकारी दी कि मौत के अवशेष बगदाद को भेजा गया। सत्यापन के लिए रिश्तेदारों के डीएनए नमूने वहां भेजे गए, जिसमें 4 राज्यों पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार के लोग शामिल है।
39वें शख्स का DNA सिर्फ 70 फीसदी मैच
सुषमा ने कहा कि 39 में से 38 लोगों को डीएनए मैच हुआ है जिसमें मार्टियस फाउंडेशन मदद की है। सुषमा ने कहा कि यह फाउंडेशन आज भारतीय समयानुसार 1.30 बजे प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी देंगे। उन्होंने बताया कि जिसे 39वें शख्स का DNA सिर्फ 70 फीसदी मैच कर सका है उसके माता-पिता का DNA नहीं मिल सका था। फिर भी उससे जुड़ी प्रक्रिया जारी है।
तब जानकारी मिली कि…
सुषमा ने बताया कि जब जनरल वीके सिंह , वहां के राजदूत प्रदीप राजपुरोहित और इराक सरकार के एक अधिकारी के साथ गए। वहां कुछ लोगों ने जानकारी दी कि पहाड़ी पर कई लोगों को दफनाया गया है। जब ये लोग वहां गए तो वहां से कुछ दिखा नहीं। ऐसे में इराकी अधिकारियों से डीप पैनिट्रेशन रडार की मांग की गई, जिसके जरिए यह पता चला की नीच लोगों के शव दफनाए गए हैं।
पहाड़ी खोद कर निकाले गए शरीर
सुषमा ने बताया कि फिर जनरल वीके सिंह ने इराकी अधिकारियों से कहा कि इसे खुदवा कर, शरीर निकाला जाए और इस दौरान वहां कुछ निशान मिले। वहां कुछ ऐसे निशान मिले जिसमें कड़ा, बाल, जूते और आईडी कार्ड्स मिले। ये जूते इराकी नहीं थे। इसके बाद हमने फाउंडेशन से संपर्क किया तो उन्होंने DNA सैंपल मांगें, फिर सबके DNA सैंपल भेजे। पहला सैंपल संदीप नाम के शख्स का मैच हुआ।