भोपाल। सरकारी विभाग में अधिकारी पत्नी निजी कंपनी में कार्यरत पति के साथ नहीं रहना चाहती। दोनों की शादी चार माह पहले ही हुई है। लडकी के अभिभावक ने लडके के स्टेटस को छुपाकर शादी कर दी। जब शादी के बाद लडकी को पता चला तो वह अब साथ नहीं रहना चाहती। पत्नी का कहना है कि उसकी सैलरी 60 हजार रुपए है और पति 10 हजार रुपए कमाता है। ऐसे में उसका इकोनॉमिकल स्टेटस कम है, जिस कारण वह साथ नहीं रह सकती। महिला थाना के परिवार परामर्श केंद्र में मामला पहुंचा। जहां काउंसलर ने दोनों को आपसी सहमति से अलग रहने के सुझाव दिए।
काउंसलर का मानना है कि परिवार परामर्श केंद्र में ऐसे कई मामले आ रहे हैं, जिसमें पत्नियां पति का इकोनॉमिकल स्टेटस कम होने के कारण अलग होने का केस लगा रही हैं।
काउंसलर्स का मानना है कि ऐसे मामलों में अभिभावक की गलती होती है कि वे अपनी लडकियों को पढा-लिखाकर अच्छे पद पर पहुंचा देते हैं, लेकिन शादी निम्न पदों पर पदस्थ लडकों से कर देते हैं, जिससे शादी के बाद लडकियां साथ नहीं रहना चाहती।
ओल्ड सिटी निवासी सरकारी विभाग में उच्च पद पर पदस्थ अर्चना (काल्पनिक नाम) की शादी फरवरी में प्राइवेट कंपनी में निम्न पद पर कार्यरत अमित (काल्पनिक नाम) से हुई। लडकी की सैलरी लडके से छह गुना ज्यादा थी। जब शादी के बाद लडकी को पता चला कि उसके पति की सैलरी कम है तो उसने महिला थाना में शिकायत कर कहा कि वह पति के साथ नहीं रहना चाहती है। इसके बाद दोनों आपसी रजामंदी से अलग रहने लगे।
कोलार निवासी एक कंपनी में एचआर के पद पर पदस्थ नन्दनी शर्मा (काल्पनिक नाम) की शादी एक साल पहले उससे कम सैलरी पर निजी कंपनी में कार्यरत सिद्धात शर्मा (काल्पनिक नाम) से हुई। लडकी को लडके का आर्थिक स्थिति का पता चला तो उसने अलग होने के लिए अर्जी लगा दी।
अशोका गार्डन निवासी व्यवसायी याशिका अग्रवाल (काल्पनिक नाम) की शादी चार साल पहले सुशांत अग्रवाल (काल्पनिक नाम) से हुई। लडके ने खुद के व्यवसाय लगाने के लिए लोन ले लिया और लडकी से लाखों रुपए की मांग करता है। इससे मानसिक रूप से परेशान होकर शिकायत लगाई है। लडकी का कहना है कि शादी के बाद से उसे पति से आर्थिक मदद नहीं मिली, लेकिन उसने काफी मदद की। अब डिमांड बढती जा रही है।
परिवार परामर्श केन्द्र की काउंसलर रिता तुली का कहना है कि अभिभावकों को लडकी या लडके की जबरदस्ती या झूठ बताकर शादी नहीं करनी चाहिए। कुछ दिनों बाद ऐसे कराए गए रिश्ते टूटते हैं। ऐसे मामलों में लडकियां हीन भावना से ग्रसित होती है, इसलिए वे किसी भी कीमत पर साथ नहीं रहना चाहती हैं।