इंदौर। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण इंदौर देश के टॉप 5 सबसे ज़्यादा संक्रमित शहरों में शामिल हो गया है।अब तक इंदौर में 44 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से कुल 5 की मौत हो चुकी है। इनमें से दो मरीज़ उज्जैन के थे। जो इंदौर में एडमिट थे। इंदौर में पॉजिटिव पाए गए किसी भी मरीज़ की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है। यही चिंता का सबसे बड़ा कारण बन गया है कि आखिर संक्रमण कहां से फैला। देश के अन्य शहरों या राज्यों की तुलना में यहां मरीजों की संख्या कम होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर के सेकंड अपर स्टेज में पहुंचने की घोषणा कर दी है। मरीजों के इलाज के लिए जिले के अस्पतालों को रेड,येलो एवं ग्रीन केटेगरी में बांट दिया गया है।
कोरोना प्रभावित शहरों की सूची में इंदौर टॉप 5 में पहुंच गया है। केरल नंबर वन पर है। यहां 107 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुंबई में 80, पुणे में 45, केरल के कन्नूर में 44 और इंदौर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 44 पहुंच चुकी है। जबकि 24 मार्च तक इंदौर में एक भी पॉजिटिव मरीज़ नहीं था। 6 दिन के अंदर 44 केस सामने आ गए जिनमें 5 की मौत हो गई है। इंदौर में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए मरीजों के लक्षण एवं उपचार विशेष के लिए अस्पतालों को तीन कैटेगरी में बांटा दिया गया है। पहली कैटेगरी रेड, जिसमें कोविड पॉजि़टिव मरीज़ रहेंगे। दूसरी येलो कैटेगरी में करोना के संभावित लक्षण पाए सर्दी, खांसी, ज़ुकाम, गले में खराश वाले पेशेंट रहेंगे। तीसरी ग्रीन कैटेगरी में अन्य बीमारियों एवं इमरजेंसी पेशेंट लिए जाएंगे।