इंदौर। इंदौर में लोन दिलाने के नाम पर 1.18 करोड़ की ठगी करने वाला गिरोह राज्य सायबर सेल इंदौर टीम द्वारा गाजियाबाद से पकड़ा गया। आरोपी कियोस्क की आड में गैंग चलाते थे। लोन दिलाने के नाम पर पॉलिसियॉ करवाकर फ्र।ड करते थे। पैसे डलवाने के लिये क्रेडिट कार्ड अकाउण्ट का उपयोग करते थे।
सायबर सेल पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रियेष कोठारी ने राज्य साइबर सेल में एक शिकायत की थी कि अज्ञात व्यकितयों ने मोबाइल नम्बरों से फोन करके लोन दिलाने के नाम पर अलग अलग क्रेडिट कार्डो में कुल 1 करोड 17 लाख 82 हजार रू धोखाधडी पुर्वक जमा करवा लिये गये। विवेचना में संदिग्ध क्रेडिट कार्ड धारक जिला गाजियाबाद उ.प्र. का प्राप्त होने से आरोपियों की पकड़ने हेतु एक टीम गाजियाबाद रवाना की गयी। वहां से अपराध में संलिप्त 5 आरोपियों को लाया गया। पुछताछ में आरोपियों द्वारा बताया गया कि वह केडिट कार्ड को कमीशन के लालच में आरोपी प्रदीप कुमार चौहान देते थे, वह क्रेडिट कार्ड को मय पिन नम्बर आरोपियों को देते थे । अपराध में प्रयुक्त माल मशरूका जप्त किया गया।
गिरफ्तार आरोपी –
संजीव कुमार उर्फ नीरज , उम्र 33 साल, निवासी – गाजियाबाद, उ.प्र.।
नरेंद्र कुमार, उम्र 40 साल, निवासी – गाजियाबाद, उ.प्र. ।
सूरज यादव, उम्र 24 साल, निवासी – गाजियाबाद, उ.प्र. ।
विवेक दास, उम्र 20, निवासी – गाजियाबाद, उ.प्र. ।
अंकित चौहान, उम्र 20 साल, निवासी – गाजियाबाद उ.प्र. ।
फरार आरोपी –
प्रदीप कुमार चौहान, निवासी – गाजियाबाद, उ.प्र.।
चंचल चौहान, निवासी – गाजियाबाद, उ.प्र.।
उक्त अपराध की पतारसी में निरीक्षक राशिद अहमद,उनि. राजेन्द्र जाट, उनि. संजय चौधरी, उनि. आशीष जैन, प्रआर, प्रभाकर महाजन, प्रआर. मनोज राठौर, आर. राकेश बामनिया, गजेन्द्र सिंह राठौर, महावीर परिहार, विजय बडौदकर, राहुल गौर की भूमिका रही है ।