भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन ने एक बार फिर से सांसद व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ताई से मुलाकात के अगले ही दिन मंगलवार को सत्तन ने कहा कि पार्टी ने ताई को टिकट दिया तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा को फोन कर उम्मीदवारों की सूची में खुद का नाम भी लिखने के लिए कहूंगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मैं संगठन को नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा। ताई के अलावा कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़ और उषा ठाकुर भी सांसद के लिए बेहतर उम्मीदवार हैं। हम लोगों ने ताई को बहन के रूप में बड़ा सम्मान दिया है, अब उन्हें आई (मां) की भूमिका में आना होगा।

अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सत्तन ने कहा कि सोमवार रात सांसद मेरे निवास पर आई थीं। हमने मेरी पुस्तक और आने वाली कुछ पुस्तकों पर चर्चा की है जिसमें राम चरितमानस के एक पात्र सुशेन पर किताब लिखने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने मुझसे चुनाव और पूर्व में दिए बयान पर कोई चर्चा नहीं की। जाते-जाते ताई से संगठन को लेकर बात हुई है। मैंने कहा कि तीन राज्यों में कार्यकर्ताओं की उदासीनता के कारण हमें हारना पड़ा। इसको लेकर पार्टी को सजग होना चाहिए। विधायकों को जो मंडल और क्षेत्र में नियुक्त करने के अधिकार हैं वे वापस लेकर संगठन को देना चाहिए।

सत्तन ने बताया कि मुझे कई पार्टियों से ऑफर हैं। पिछले दिनों प्रवीण तोगड़िया, हाजी मस्तान और अरुण गवली की पार्टी से भी ऑफर आया था। मुझे प्रदेश अध्यक्ष भी बना रहे थे लेकिन मैं भाजपा को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा।

भारतीय एयरफोर्स द्वारा पाकिस्तान पर की गई एयर सर्जिकल स्ट्राइक को उन्होंने सही कदम बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह कर दिखाया है। पाकिस्तान के लिए यह काफी जरूरी था। इस मौके पर उन्होंने अपनी कविता भी सुनाई।

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