इन्दौर | इंदौर जिले को कैंसर मुक्त करने का विशेष अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कैंसर रोगियों की पहचान की जायेगी। जिले में इस के आधार पर कैंसर रोगियों का डॉटा बैस तैयार किया जायेगा। इसके लिये कलेक्टर कार्यालय में एक प्रकोष्ठ का गठन किया जायेगा। प्रारंभिक रूप से कैंसर रोगियों की पहचान कर इस के बाद विशेषज्ञों माध्यम से पुनः उनका परीक्षण कराया जायेगा। इसके बाद आवश्यकता अनुसार उनका ऑपरेशन और उपचार कराया जायेगा। जिले में कैंसर रोगियो की पहचान के लिये जिला प्रशासन, इंदौर कैंसर फाउन्डेशन, स्वास्थ्य महिला एवं बाल विकास आदि विभागों द्वारा समन्वित कार्ययोजना बनाकर उसका मुहिम के रूप क्रियान्वयन किया जायेगा। पहचान कार्य में लगने वाले अमले को प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसका सिलसिला 14 अगस्त से प्रारंभ होगा।
यह जानकारी आज यहाँ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में दी गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष सिंह, एडीएम श्री आलोक कुमार सिंह, इंदौर कैंसर फाउन्डेशन के श्री दिगपाल धारकर सहित स्वास्थ्य, महिला बाल विकास सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इंदौर जिले में कोई भी व्यक्ति जो कैंसर से पीड़ित है वह अपने रोग से अनभिज्ञ नहीं रहे। कैंसर रोग का प्रारंभिक स्तर पर पता चल जाये जिससे कि उसका समय पर उपचार संभव हो जाये। उन्होंने बताया कि आज भी ऐसे अधिकांश व्यक्ति है जिन्हे प्रारंभिक स्तर पर कैंसर का पता नहीं चल पाता है। दुसरी और तीसरी स्थिति में कैंसर का पता चलने पर इलाज में कठिनाई आती है। यह स्थिति जानलेवा साबित होती है। हमारा प्रयास है की प्रारंभिक स्तर पर ही कैंसर का पता चल जाये जिससे कि उसका उपचार समय पर संभव हो और रोगियो की जान बचाई जा सकें। उन्होंने कहा कि यह पीड़ित मानवता की सेवा का अभियान है। अभियान के संबंध में उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। अभियान के संबंध में समन्वित कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने अभियान की रूपरेखा की जानकारी देते हुये बताया कि यह अभियान विभिन्न चरणों में चलेगा। पहले चरण में इस अभियान में सर्वे के लिये लगने वाले अमले को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उसके बाद इंदौर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर रोगियो का पता लगाने के लिये सर्वे अभियान चलेगा। सर्वे का यह कार्य 30 सितम्बर तक किया जायेगा। इसके बाद प्रारंभिक स्तर पर मिले नये कैंसर रोगियो का डॉटा बैस तैयार किया जायेगा। डॉटा बैस के आधार पर चिन्हित मरीजों का विशेषज्ञों द्वारा परीक्षण किया जायेगा। परीक्षण में चिन्हित मरीजों का ऑपरेशन और उपचार कराया जायेगा। उन्होंने अभियान के विभिन्न चरणों के लिये समय सीमा भी तय की। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक कैंसर रोगियों का काई डॉटा बैस नहीं है, जिससे कैंसर रोगियो के उपचार में परेशानी आती है।
बैठक में इंदौर कैंसर फाउन्डेशन के डॉ. दिगपाल धारकर ने बताया कि इस अभियान में फाउन्डेशन द्वारा पूरी मदद दी जायेगी। उन्होंने अभियान के सर्वे तथा उपचार कार्य में भी पूरी मदद देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत करीब 4 हजार नये कैंसर रोगी मिलने की संभावना है अगर प्रारंभिक स्तर पर ही कैंसर रोग का पता चल जाता है तो उसका उपचार संभव होता है तथा मरीजों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत हर तरह के नये कैंसर रोगी का पता किया जायेगा।