इंदौर। मुुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को कांग्रेस नेेताओं ने इंदौर के श्मशान घाटों का रिकार्ड सौंपते हुआ कहा कि सरकारी आंकड़े अपनी ही आंखों में मिर्च झोंकने के समान है। गुरुवार दोपहर कलेक्टर आफिस में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के साथ कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा था। कांग्रेस नेता अपने साथ तीन श्मशान घाटों के एंट्री रजिस्टर की फोटो कापी लेकर पहुंचे थे। पटवारी ने कहा कि इंदौर में कोरोना से 30 हजार से ज्यादा मौते हुई हैं। प्रशासन 1300 बता रहा है। सच छुपाकर महामारी पर काबू नहीं पाया जा सकता।
विधायक पटवारी के साथ शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी कलेेक्टर आफिसर पहुंचे थे। पटवारी ने राऊ नगर पंंचायत, रीजनल पार्क मुक्तिधाम और पंचकुईया मुक्तिधाम के एंट्री रजिस्टर के पन्नों की फोटो प्रति मुख्यमंत्री को सौंपी। पटवारी ने कहा कि राऊ पंचायत में जहां सिर्फ 50 हजार आबादी है 1 अप्रैल से 20 मई तक 266 अंत्येष्टी हुई। पंचकुईया मुक्तिधाम में 11 अप्रैल से 15 मई तक 1467 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। रीजनल पार्क मुक्तिधाम में 19 अप्रैल से 19 मई तक 832 अंतिम संस्कार हुआ। ऐसे में प्रशासन पूरे जिले में सिर्फ 1300 मौतों का आंकड़ा बता रहा है। हम तो सरकार का सहयोग करना चाह रहे हैं। पहले सच देेखना होगा और गंभीरता सममझ कर उसी के अनुसार प्रबंध करने होंगा। कांग्रेस विधायक ने शिकायत भी कर दी कि जनप्रतिनिधियों मेें पार्टी का भेद नहीं होता। महामारी में शहर के हित में हम एकजुट होकर काम कर रहे हैं लेकिन सरकार और प्रशासन भेदभाव कर रहा है। अस्पतालों मेें उपचार के लिए बने आयुष्मान कार्ड की नीति बदलने की मांग रखते हुए कांग्रेस नेताओं ने मांग रखी कि अभी जो कार्ड हैं वे 2011 के गरीबी के रिकार्ड के आधार पर बने हैं। दो लाकडाउन और महामारी ने गरीबों की संख्या बढ़ा दी है। ऐसे मेें आदेश जारी किया जाए कि राशन की पात्रता पर्ची के आधार पर ही आयुष्मान कार्ड बने। मध्यमवर्ग को भी उपचार के लिए सहायता मिलना चाहिए।