भोपाल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से आज यहाँ आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर श्री पेट्रिक सकलिंग ने भेंटकर मध्यप्रदेश तथा आस्ट्रेलिया के बीच व्यावसायिक संबंधों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आस्ट्रेलिया की तरह मध्यप्रदेश में भी शुष्क जमीनी क्षेत्र है। आस्ट्रेलिया शुष्क क्षेत्र में अपने यहाँ की उत्पादन तकनीक से मध्यप्रदेश का सहयोगी बन सकता है। डेयरी, कृषि के सहायक व्यवसायों, माइक्रो एरीगेशन तथा खेल में भी आस्ट्रेलिया सहयोग दे सकता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश में सबसे तेजी से प्रगति करने वाला प्रदेश है। प्रदेश की विकास दर 11.08 प्रतिशत और कृषि विकास दर 24.99 प्रतिशत है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन की दर 8 प्रतिशत से अधिक है। इसे और बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। प्रदेश के किसानों की आमदनी बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आस्ट्रेलिया के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पार्टनर कंट्री बनने के लिये धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आगामी जनवरी में दिल्ली में आस्ट्रेलिया के वाणिज्य एवं निवेश मंत्री के नेतृत्व में आने वाले निवेशकों के दल को भोपाल भी भेजा जाय।

आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर श्री सकलिंग ने कहा कि डेयरी, भंडारण, परिवहन और खनिज जैसे क्षेत्रों में आस्ट्रेलिया और मध्यप्रदेश के बीच सहयोग की संभावना है। अधोसंरचना तथा जल प्रबंधन के क्षेत्र में भी आस्ट्रेलिया में बेहतर कार्य हुआ है। मध्यप्रदेश की तरह भौगोलिक समानता वाले आस्ट्रेलिया के क्वींसलेंड प्रदेश सहित अन्य ऐसे ही प्रदेश से सहयोग किया जा सकता है। कुछ अन्य क्षेत्रों को केन्द्रित करके भी काम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आस्ट्रेलिया की कई बड़ी कम्पनियाँ भारत में निवेश के लिये आ रही हैं। उन्हें मध्यप्रदेश में उपलब्ध निवेश के अवसरों के बारे में बताया जा सकता है।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश की बेहतर संभावनाएँ हैं। इसकी जानकारी आस्ट्रेलिया से आगामी जनवरी माह में आने वाले प्रतिनिधि मंडल को दी जायेगी। इस दौरान मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, आस्ट्रेलिया के इकॉनॉमिक काउंसलर श्री इयान टरलेंड, ट्रेड कमिश्नर श्री निकोला वाटकिंसन तथा मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल भी उपस्थित थे।

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