भोपाल ! मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापम घोटाले को लेकर आज विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पर दिन भर चली चर्चा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जवाब के दौरान मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समक्ष आकर जबर्दस्त हंगामा किया जिसके चलते श्री चौहान का जवाब पूरा नहीं हो पाया और सदन की कार्यवाही पहली बार पंद्रह मिनट के लिए और फिर कल सुबह साढे दस बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
अध्यक्ष डॉ सीताशरण शर्मा ने कार्यवाही स्थगित करने के पहले उनके आसन के समक्ष जमा हुए विपक्षी सदस्यों से अनुरोध किया कि वह मुख्यमंत्री का जवाब आने दें लेकिन कांग्रेस सदस्य व्यापम मामले की सीबीआई जांच कराने और मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए पूर्ववर्ती सरकारों से जुडे नियुक्तियों संबंधी मामलों को भी सीबीआई को साैंपने की मांग पर अड गए। इस बीच मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी सख्त लहजे में विपक्षी सदस्यों से कहा कि उनकी आरोप लगाकर भागने की प्रवृत्ति नहीं चलेगी और वह सदन में अपना पूरा जवाब देकर ही मानेंगे।
इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जवाब में कहा कि विपक्षी सदस्यों ने उनके साथ ही परिवार पर आधारहीन आरोप उनकी छवि को खराब करने के प्रयास के तहत लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि इनमें से एक भी आरोप साबित हो जाए तो वह राजनीति से ही नहीं दुनिया से सन्यास ले लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदस्य व्यापम मामले की एसटीएफ द्वारा की जा रही जांच को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उसका यह मंसूबा पूरा नहीं हो पाएगा।