भोपाल। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत आयुष्मान कार्डधारकों को नि:शुल्क इलाज मुहैया कराने से इंकार करने संबंधी वीडियो जारी होने के बाद आज आयुष्मान भारत, निरामयम, मध्यप्रदेश ने भोपाल के निजी चिरायु मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है। आयुष्मान भारत, निरामयम, मध्यप्रदेश के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस विश्वनाथन की ओर से जारी किये गए नोटिस में कल से सोशल मीडिया में चल रहे चिरायु अस्पताल के एक अधिकारी के विवादित वीडियो का हवाला दिया गया है। इसमें कहा गया है कि चिरायु अस्पताल आयुष्मान कार्डधारकों के इलाज के लिये अधिकृत है और वह उनके नि:शुल्क इलाज के लिए इनकार नहीं कर सकता है। इसके अलावा ऐसे कार्डधारकों को 20 प्रतिशत बेड सुरक्षित रखना भी आवश्यक है।
नोटिस में इसका तीन दिनों के अंदर जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश देते हुए कहा गया है कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विधिसम्मत कार्यवाई की जायेगी। सोशल मीडिया में कल से एक वीडियो चल रहा है, जिसमें एक युवा अधिकारी अस्पताल के संचालक डॉक्टर गोयनका (डॉ अजय गोयनका) का हवाला देते हुए एक युवक को धमकी देते अंदाज में कहता है कि इस अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज नहीं होगा। वो यह भी कहता है कि अस्पताल जवाब सरकार को देने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि इसके बाद डॉ गोयनका वीडियो के जरिये ही स्थिति स्पष्ट करते हुए दिखे। उनका दावा है कि वीडियो में कांटछांट की गयी है।
यह वीडियो बनाने वाले युवक का एक परिजन चिरायु अस्पताल में इलाजरत है। वह काफी पैसा भी दे चुका है। लेकिन हाल में उसने नए नियम बनने के बाद आयुष्मान कार्ड का हवाला देते हुए नि:शुल्क इलाज करने की बात कही, तो टकराव की स्थिति बन गयी। नौबत यहां तक आ गयी कि वीडियो में युवक को रौब दिखा रहा युवा अधिकारी गार्ड से उसे बाहर निकालने के लिए भी कह देता है। वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल को लेकर सोशल मीडिया में तरह तरह की टिप्पणियां आ रही हैं।