भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश निर्माण के सपने को धरातल पर उतारना ही हमारी सबसे पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता है। यह हमारे लिए कोई कर्मकांड नहीं बल्कि कर्मयोग है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे कि वर्ष 2023 तक आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। सभी विभाग इन लक्ष्यों को समय-सीमा में प्राप्त करने की दिशा में आज से ही कार्य शुरू कर दें। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को मंत्रालय में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के क्रियान्वयन के संबंध में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभाग प्रमुखों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए रोडमैप का प्रारूप 5 नवम्बर तक सभी विभाग प्रमुखों को उपलब्ध करा दिया जाए। विभाग प्रमुख रोडमैप में वर्णित लक्ष्यों की समय-सीमा में प्राप्ति हेतु विभागीय रणनीति तैयार कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभाग प्रमुख संभाग एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को रोडमैप में वर्णित लक्ष्यों के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लक्ष्य, जिनमें एक से अधिक विभाग शामिल हैं, उनमें विभाग प्रमुख संबंधित विभागों से आवश्यक समन्वय स्थापित करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि विभाग प्रमुख रोडमैप में वर्णित लक्ष्यों को अल्पकालीन, मध्यकालीन एवं दीर्घकालीन लक्ष्यों में विभाजित करेंगे तथा उनकी पूर्ति के लिए अतिरिक्त वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु वित्त विभाग के साथ समन्वय करेंगे। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों की पूर्ति की नियमित एवं निरंतर समीक्षा की जाए और यदि इस संबंध में कोई कठिनाई हो तो विभाग प्रमुख तत्काल मुख्य सचिव को अवगत कराकर समाधान सुनिश्चित करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के क्रियान्वयन की उच्च स्तरीय समीक्षा के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संबंध में तैयार किए जा रहे पृथक वेब पोर्टल पर जानकारी दर्ज करने के लिए प्रत्येक विभाग एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा। इस वेब पोर्टल पर रोडमैप के क्रियान्वयन की जानकारी दर्ज करने से लेकर समीक्षा करने तक की समस्त कार्यवाहियां पूरी तरह पेपरलेस व ऑनलाइन रहेंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लक्ष्यों को प्राप्त करने में किसी प्रकार की ढिलाई या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लक्ष्य बड़ा जरूर है लेकिन असंभव नहीं है।
वीडियो कान्फ्रेंस में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने से लेकर क्रियान्वयन की दिशा में अब तक की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का रोडमैप तैयार करने के लिए भारत सरकार के नीति आयोग के सहयोग से गत अगस्त माह में चार विषयों पर वेबिनार आयोजित किए गए थे। इनमें भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य तथा अर्थव्यवस्था एवं रोजगार जैसे क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वेबिनार में हुए मंथन के आधार पर शासन द्वारा गठित मंत्री-समूहों में गहन चर्चा हुई और रोडमैप का खाका तैयार कर उसका मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुतीकरण भी किया गया है। उन्होंने बताया कि रोडमैप को अंतिम रूप दिया जा चुका है साथ ही रोडमैप में शामिल सभी गतिविधियों के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिये समय-सीमा निर्धारित की गई है।
वीडियो कान्फ्रेंस में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय मनीष रस्तोगी और आयुक्त जनसंपर्क सुदाम खाड़े भी मौजूद थे।