भोपाल ! मध्य प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी डा. राजेश राजौरा ने आयकर विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने उच्च न्यायालय द्वारा आयकर विभाग की कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताए जाने के बाद पुलिस थाने में शिकायत की है। ज्ञात हो कि राजौरा जब गृह विभाग के सचिव हुआ करते थे तब उनके आवास पर आयकर विभाग के दल ने दबिश दी थी। राजौरा का आरोप था कि आयकर विभाग ने यह कार्रवाई विभागीय अधिकारी को आवास आवंटित न किए जाने पर द्वेषवश की है। यह मामला उच्च न्यायालय जबलपुर पहुंचा, जहां न्यायालय ने तथ्यों के आधार पर आयकर की कार्यवाही को द्वेषपूर्ण माना और राजौरा के खिलाफ दायर मामले को वापस लेने के निर्देश दिए।
उच्च न्यायालय के आदेश के बाद राजौरा मंगलवार को आयकर विभाग के चार अफसरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने एमपी नगर पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस ने उनकी शिकायत पर प्रकरण तो दर्ज नहीं किया, मगर शिकायत जरूर ले ली।
राजौरा के अधिवक्ता ने बताया है कि आयकर विभाग के एक अधिकारी को आवास आवंटित न किए जाने पर छापे की कार्रवाई की गई थी। इसे उच्च न्यायालय ने भी माना है, लिहाजा वे अगला कदम उठाएंगे।